हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,हौज़ा ए इल्मिया ईरान की सुप्रीम काउंसिल के सदस्य आयतुल्लाह महमूद रजबी ने फिलिस्तीन लेबनान और सीरिया में मजलूम मुसलमानों की दुर्दशा पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने उम्मत मुस्लामा से पीड़ित लोगों के लिए दुआ और मदद की अपील की है।
आयतुल्लाह रजबी ने कहा कि मौजूदा संवेदनशील हालात खासकर हाल के दिनों में जब अमेरिकी सरकार और उसका ज़ायोनी उपकरण अपनी हार को छिपाने और अपने अस्तित्व को बचाने के लिए भयावह अपराध कर रहे हैं।
फिलिस्तीन, लेबनान और सीरिया के मुसलमान कठिन परीक्षाओं और मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। यह हालात मुसलमानों और दुनिया के स्वतंत्र लोगों के दिलों को घायल कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कुरआन मजीद हमें यह सिखाता है कि परीक्षा और कठिनाई के समय अल्लाह के सामने विनम्रता और प्रार्थना करनी चाहिए बद्र की लड़ाई के समय भी रसूलुल्लाह स.अ.और उनके साथियों की दुआ और विनती अल्लाह की मदद का कारण बनी जैसा कि कुरआन में आया है।
إِذ تَستَغِیثُونَ رَبَّکُمۡ فَٱستَجَابَ لَکُمۡ أَنِّی مُمِدُّکُم بِأَلفࣲ مِّنَ ٱلمَلَائِکَةِ مُرۡدِفِینَ.
जब तुम अपने रब से मदद मांग रहे थे तो उसने तुम्हारी प्रार्थना स्वीकार की और कहा कि मैं तुम्हारी सहायता के लिए लगातार एक हज़ार फरिश्ते भेजूंगा।
आयतुल्लाह रजबी ने ज़ोर देकर कहा कि आज रात और कल का दिन जो दुआ के स्वीकार होने के खास मौके हैं ईमान वाले अल्लाह के सामने विनम्रता और प्रार्थना करें ताकि उसकी दया और सहायता प्राप्त हो।
उन्होंने कहा कि इंशा'अल्लाह इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर की बुद्धिमत्तापूर्ण नेतृत्व में सशस्त्र बल अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और कुशलता से निभाएंगे।
وَمَا ٱلنَّصۡرُ إِلَّا مِنۡ عِندِ ٱللَّهِ ٱلۡعَزِیزِ ٱلۡحَکِیمِ
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