۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
آیت‌ الله حافظ ریاض حسین نجفی

हौज़ा / आयतुल्लाह सैयद हाफिज रियाज़ हुसैन नजफ़ी ने जामिया अलमुन्तज़िर लाहौर में वैश्विक और पाकिस्तानी स्थिति पर संबोधित करते हुए कहा कि फिलिस्तीन के समर्थन में यमन हिज़बुल्लाह लेबनान और ईरान मैदान में हैं जबकि बाकी सब खामोश दर्शक बने हुए हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, वफ़ाकुल मदारिस शिया पाकिस्तान के अध्यक्ष आयतुल्लाह हाफिज सैयद रियाज़ हुसैन नजफ़ी ने जामिया मस्जिद अली हौज़ा ए इल्मिया जामिया अलमुंतज़िर, मॉडल टाउन में अपने ख़िताब में कहा कि अल्लाह तआला ने इंसान को बौद्धिक क्षमता और समझ प्रदान की है और उसे अपने आचरण को बेहतर बनाने का हुक्म दिया है जिसे इल्म ए अखलाक के अनुसार खुद साजी कहा जा सकता है। इंसान की जिम्मेदारी है कि वह अपने घर मोहल्ले और पूरी दुनिया में अच्छे आचरण को फैलाए।

उन्होंने कहा कि कुरान का आदेश है कि इंसान का अस्तित्व दूसरों के लिए लाभकारी होना चाहिए। जितना कोई इंसानियत के भले के लिए काम करेगा उतना ही अल्लाह के दरबार में उसका मकाम ऊँचा होगा।

आयतुल्लाह सैयद हाफिज रियाज़ नजफ़ी ने कहा कि काइनात के सरदार, ख़ातिमुल अंबिया हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा स.ल. ने पूरी दुनिया के भले का पैगाम दिया और मदीना में इस्लामी हुकूमत कायम कर के यह नज़ीर पेश की कि तमाम नागरिक चाहे वह मुसलमान हों या ग़ैरमुस्लिम, हर एक के हक़ूक का तहफ़्फुज़ किया जाएगा।

उन्होंने अफसोस जताया कि फिलिस्तीन में अत्याचार हो रहा है,मगर मुसलमान बिल्कुल खामोश हैं। मस्जिदें और चर्च गिरा दिए गए हैं, स्कूल और घर तबाह हो चुके हैं मगर जुल्म के खिलाफ़ आवाज उठाने वाला कोई नहीं है। फिलिस्तीनियों के पास खाने पीने का सामान खत्म हो चुका है।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि मीडिया और आर्थिक मदद के जरिए ग़ाज़ा के मुसलमानों की सहायता की जाए।

आयतुल्लाह सैयद हाफिज रियाज़ हुसैन नजफ़ी ने कहा कि पूरी दुनिया इज़राइल को हथियार मुहैया करा रही है, मगर फिलिस्तीन के समर्थन में केवल यमन के हौसी, लेबनान की हिज़बुल्लाह और ईरान लड़ रहे हैं जबकि बाकी मुल्क पूरी तरह से खामोश तमाशाई बने हुए हैं।

उन्होंने अफसोस के साथ कहा कि पाकिस्तान एक इस्लामी परमाणु शक्ति होते हुए भी शर्मनाक रूप से फिलिस्तीनियों की मदद से बेखबर हो चुका है उन्होंने कहा कि हम अल्लाह के हुक्म पर अमल नहीं कर रहे हैं, इसी वजह से हमारे पास कोई समाधान नहीं है।

वफ़ाकुल मदारिस शिया पाकिस्तान के अध्यक्ष ने कहा कि हम क़ायद ए आज़म की इज़्ज़त करते हैं कि उन्होंने फिलिस्तीन के मुद्दे पर उसूली मौकिफ़ अपनाया और स्पष्ट किया कि ग़ासिब इज़राइली रियासत को किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।

हम डॉक्टर अब्दुल क़दीर ख़ान की इज़्ज़त करते हैं कि उन्होंने पाकिस्तान को परमाणु शक्ति बनाया और हम इमाम ख़ुमैनी (स.ल.) की इज़्ज़त करते हैं कि उन्होंने फिलिस्तीन के लिए आवाज उठाई और हर साल यौम-ए-कुद्स मनाने का ऐलान किया हैं।

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