हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार,सीरिया में उलमा परिषद के अध्यक्ष ने कहां,सीरिया में कुछ भी सुरक्षित नहीं आतंकियों पर भरोसा संभव नहीं क्योंकि इसके पीछे अमेरिका और इजरायल की बहुत बड़ी चाल है।
धार्मिक मामलों में हमे परेशान किया जाना शुरू हो चुका है उदाहरण स्वरूप नमाज़ के सिलसिले में भी हमे आतंकी गुटों की ओर से परेशान किया जा रहा है हम दो नमाज़ों को एक साथ नहीं पढ़ सकते।
सीरिया में उलमा परिषद के अध्यक्ष ने एक ऑडियो फ़ाइल में इस देश के शिया समुदाय को संबोधित करते हुए सय्यदा ज़ैनब इलाक़े की घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि मैंने पहले आपको बताया था कि हालात अच्छे हैं और हैयते तहरीर अल-शाम के लोगों ने हमें आश्वासन और कई वादे किए हैं, और उनकी बातें वास्तव में व्यावहारिक रूप ले चुकी हैं।
उन्होंने कहा समस्या यह है कि इस संघर्ष में भाग लेने वाले सशस्त्र समूह अलग अलग हैं इसका मतलब यह है कि यदि एक सशस्त्र समूह हमें कोई वादा करता है, तो यह निश्चित नहीं है कि अन्य समूह उसी वादे के प्रति वफादार रहेंगे।
उन्होंने कहा हम कुछ पक्षों के मनमाने और विध्वंसक कार्यों के गवाह हैं, इस तरह से कि हमारे कुछ विद्वानों को कुछ क्षेत्रों में सशस्त्र समूहों के धार्मिक आदेशों को लागू करने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है।
सय्यद अब्दुल्लाह निज़ाम ने कहा कि कुछ धार्मिक मामलों में हमे परेशान किया जाना शुरू हो चुका है उदाहरण स्वरूप नमाज़ के सिलसिले में भी हमे आतंकी गुटों की ओर से परेशान किया जा रहा है हम दो नमाज़ों को एक साथ नहीं पढ़ सकते।
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