मंगलवार 31 दिसंबर 2024 - 09:06
दुश्मन मुसलमानों की एकता को निशाना बनाकर अपनी घिनौनी साज़िशों को अंजाम देने की कोशिश में है

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम नमाज़ी ज़ादेह ने कहां, दुनिया के मुसलमानों को अपनी एकता को मज़बूत करते हुए और इस्लामी साझा शिक्षाओं को अपनाकर नई इस्लामी सभ्यता की स्थापना की प्रक्रिया को तेज़ करना चाहिए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम जाबिर नमाज़ी ज़ादा ने मशगीन शहर के मदरसा ए इल्मिया फातेमिया (स.) में नई इस्लामी सभ्यता और उम्मत-ए-वहिदा की स्थापना के विषय पर आयोजित एक वैज्ञानिक और शोध परिचर्चा में कहा इस्लामी सभ्यता एक धार्मिक सभ्यता है जो पूरी तरह से इस्लाम की शिक्षाओं से प्रेरित होकर अस्तित्व में आती है।

उन्होंने आगे कहा, उम्मत ए मुस्लिम की पहचान इस्लामी इतिहास से जुड़ी हुई है और यह भौगोलिक, नस्ली और भाषाई सीमाओं से ऊपर उठकर इस्लाम की उच्च शिक्षाओं के साये में बनी है।

मशगीन शहर में सिपाह पैगंबर के शिक्षा और प्रशिक्षण विभाग के इस अधिकारी ने इस्लामी सभ्यता की नींव रखने वाले कारकों की व्याख्या करते हुए कहा, नई इस्लामी सभ्यता की वास्तविक पहचान तक पहुँचने के लिए इस्लामी दुनिया की मौजूदा क्षमताओं की जानकारी होना आवश्यक है।

उन्होंने कहा, इस्लामी देशों की रणनीतिक और भौगोलिक स्थिति, मानव संसाधन, और मुस्लिम समुदायों की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पूंजी इस्लामी सभ्यता की स्थापना में प्रभावशाली भूमिका निभाते हैं।

हुज्जतुल इस्लाम नमाज़ी ज़ादेह ने कहा, दुश्मन मुसलमानों की एकता को निशाना बनाकर फूट डालने और अपनी घिनौनी साजिशों को अंजाम देने की कोशिश कर रहा है।

इसलिए दुनिया के मुसलमानों को अपनी एकता को मज़बूत करना चाहिए और इस्लामी साझा शिक्षाओं को अपनाते हुए इस्लामी सभ्यता के निर्माण की प्रक्रिया को तेज़ करना चाहिए ताकि दुश्मन की साजिशों को नाकाम किया जा सके।

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