मंगलवार 14 जनवरी 2025 - 09:00
अली (अ) की सीरत और किरदार मुसलमानो के लिए दावते फ़िक्र

हौज़ा / जम्मू और कश्मीर की "अंजमने शरई शियान" के अध्यक्ष हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन आगा सय्यद हसन अल-मूसवी अल-सफ़वी ने मुसलमानों को मोलूद-ए-काबा, हज़रत अमीरुल मोमिनीन अली इब्न अबी तालिब (अ) की जंमदिन की मुबारकबाद पेश की और इस्लामिक दुनिया की सलामती और मुसलमानों के बीच भाईचारे और एकता के लिए दुआ की।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, जम्मू और कश्मीर की "अंजमने शरई शियान" के अध्यक्ष हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन आगा सय्यद हसन अल-मूसवी अल-सफ़वी ने मुसलमानों को मोलूद-ए-काबा, हज़रत अमीरुल मोमिनीन अली इब्न अबी तालिब (अ) की जंमदिन की मुबारकबाद पेश की और इस्लामिक दुनिया की सलामती और मुसलमानों के बीच भाईचारे और एकता के लिए दुआ की।

आगा साहब ने अपने संदेश में कहा कि अल्लाह तआला और प्यारे पैगंबर हज़रत मुहम्मद (स) पर ईमान रखने वालों के लिए १३ रजब उल-मुरज्जब का दिन बहुत बड़ी खुशी का दिन है, क्योंकि इस दिन खुदा के नबी के नफ्स, अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली इब्न अबी तालिब (अ) काबा के अंदर पैदा हुए और काबा में पैदा होना खुद एक बहुत बड़ी खुशी और सम्मान है, जो अली (अ) से पहले किसी को नहीं मिली और न ही कयामत तक किसी को ये इज्जत मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि हज़रत अली (अ) की सीरत और किरदार का हर पहलू महानियों और अच्छाईयों का प्रतीक है, लेकिन मोलाए काएनात की सबसे बड़ी महानता और इज्जत इस्लाम और मुसलमानों की तरक्की और पैगंबर हज़रत मुहम्मद (स) की मदद और समर्थन के लिए उनका अमली किरदार है। मोलाए काएनात से मोहब्बत और उनकी वफादारी का दावा हमसे अल्लाह और पैगंबर (स) की आज्ञाकारिता के साथ-साथ इस्लामिक उम्मत की तरक्की के लिए जिम्मेदारी का अहसास करता है।

आगा साहब ने कहा कि हज़रत अली (अ) की सीरत और किरदार यही सोचने का मौका देते हैं कि मुसलमान अपने धर्म और उम्मत के मामलों से बेखबर न रहें।

आगा साहब ने आगे कहा कि हज़रत अली (अ) की पाक और बेहतरीन ज़िंदगी मुसलमानों के लिए आदर्श है; हमें चाहिए कि हम इसे अपनाएं, सब्र और सहनशीलता के साथ-साथ उनके दी हुई शिक्षा की रौशनी में काम करें, ताकि हम इंसानियत को तरक्की और नजात की राह दिखा सकें।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha