۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
سید محمد سعیدی

हौज़ा / हज़रत मासूमा क़ुम (स) के हरम के संरक्षक ने कहा: इमाम ज़माना (अ) के ज़हूर की घोषणा काबा से की जाएगी। इमाम का ज़हूर धर्म के प्रचार और प्रसार के लिए होगा अतः एक सच्चे मुस्लमान का पहला कर्तव्य है कि उसे इस्लाम के नियमों का पालन करना चाहिए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आयतुल्लाह सय्यद मुहम्मद सईदी ने क़ुम प्रांत के हज और तीर्थयात्रा संस्थान के निदेशक वहीद एस्कंदरी से हज़रत मासूमा के हरम मे मुलाक़ात मे हज़रत अली अकबर और इमाम ज़माना (अ) के जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा : चूंकि मस्जिद अल-हरम का महत्व बहुत अधिक है, जिस स्थान पर हज़रत वली असर (अ) अपने ज़हूर की घोषणा करेंगे वह काबा है, और इमाम (अ) का आंदोलन भी इसी स्थान से शुरू होगा।

उन्होंने कहा: ईश्वर ने हमें कुछ आशीर्वाद दिए हैं, लेकिन सर्वशक्तिमान ईश्वर ने उनकी रक्षा करने की जिम्मेदारी ली है, जैसे कि पवित्र कुरान, जिसके लिए अल्लाह तआला ने कहा: "हम ने ही कुरआन उतारा और हम ही इसकी रक्षा करेंगे। अल्लाह की कुछ नेमते ऐसी है जिन्हे अल्ला ने हमें दिया है, लेकिन उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है, जैसे कि काबा, जो पृथ्वी पर सबसे खूबसूरत जगह है, और अल्लाह ने इसे हजरत इब्राहिम (अ) द्वारा बनवा गया था।

हज़रत मासूमा के हरम के संरक्षक ने यह कहते हुए कि काबा सभी लोगों के लिए बनाया गया था और यह केवल विश्वासियों और मुसलमानों के लिए आरक्षित नहीं है, उन्होंने कहा: जैसे हज़रत इब्राहिम (अ) ने बनाता कि ख़ुदा का घर तौहीद का केंद्र है। इसी तरह, जब इमाम ज़माना (अ) काबा से ज़हूर करेंगे, तो इमाम का आंदोलन वहीं से शुरू होगा।

उन्होंने कहा: हम सभी इमाम ज़माना (अ) के ज़हूर का इंतजार कर रहे हैं, इमाम का ज़हूर इस्लाम धर्म के प्रचार और प्रसार के लिए होगा, इसलिए एक सच्चे मुसलमान का पहला कर्तव्य इस्लाम धर्म के नियमों का पालन करना है ।

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