हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,तेहरान के नमाज़ ए जुमा के खतीब आयतुल्लाह सैयद अहमद खातमी ने तेहरान की नमाज़-ए-जुमआ के खुत्बों में इमाम मूसा काज़िम अ.स.की शहादत के मौके पर ताज़ियत पेश करते हुए कहा,अमेरिकी हठधर्मिता के मुकाबले में केवल प्रतिरोध ही एकमात्र संभव रास्ता है।
आयतुल्लाह खातमी ने कहा, पिछले हफ्ते हुज्जतुल इस्लाम अली रज़ीनी और हुज्जतुल इस्लाम आगा मक़ीसा की शहादत का वाकया पेश आया वाकई, इन दोनों शहीदों का रिकॉर्ड जनता की सेवाओं से भरा हुआ है।
उन्होंने कहा,दुनिया और खास तौर पर अमेरिकियों को यह मालूम होना चाहिए कि अमेरिका के साथ संबंधों के बारे में हमारा वही रुख है जो इमामे राहिल (इमाम खुमैनी) और मक़ामे मुअज़्ज़म रहबरी का रुख है।
तेहरान के नमाज़ ए जुमआ के खतीब ने ज़ायोनी सरकार के अत्याचारों का ज़िक्र करते हुए कहा, अगर शैतान-ए-बुज़ुर्ग अमेरिका ज़ायोनी सरकार का समर्थन न करता तो वह एक हफ्ते भी प्रतिरोध का मुक़ाबला नहीं कर पाती।
उन्होंने आगे कहा, इस ग़ासिब ज़ालिम सरकार के अत्याचारों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग़ाज़ा के 47 हज़ार शहीदों में से 59% मासूम बच्चे थे इन मसलों में यूरोपीय देशों ने भी अपनी शर्मनाक परीक्षा दी है मानवाधिकार संगठनों की भूमिका सारी दुनिया के सामने है। इंसान को असली मानवाधिकारों के बारे में सोचना चाहिए।
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