हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,तेहरान की केन्द्रीय नमाज़ ए जुमआ के इमाम हुज्जतुल इस्लाम मुहम्मद जवाद हाज अली अकबरी ने कहा कुरआन के अपमान के पीछे अमेरिका और इज़राईल का हाथ हैं।
तेहरान के नमाज़े जुमआ के इमाम ने नमाज़े जुमआ के ख़ुतबों में स्वेडन की राजधानी स्टाकहोम में प्रशासन की अनुमति से एक व्यक्ति द्वारा किए गए क़ुरआन के अनादर की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि स्वेडन की सरकार की अमानवीय और असभ्य हरकत से पूरी दुनिया में 2 अरब मुसलमानों की भावनाएं हज और ईदे क़ुरबान के दिनो में आहत हुई हैं।
हुज्जतुल इस्लाम मुहम्मद जवाद हाज अली अकबरी ने समय का सबसे बड़ा मज़ाक़ तो यह है कि पश्चिमी देश अपने कुकर्मों को अभिव्यक्ति की आज़ादी में छिपाने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने पश्चिमी देशों के नेताओं को ललकारते हुए कहा कि आपमें इतनी हिम्मत क्यों नहीं पैदा होती कि खुलकर कह सकें कि आप मानव गरिमा को नहीं मानते और धरती पर बसने वाले दो अरब मुसलमानों की भावनाओं का आपको कोई ख़याल नहीं है।
तेहरान की नमाज़े जुमा के इमाम ने ज़ोर देकर कहा कि स्वेडन की सरकार की इतनी हैसियत नहीं है कि इस मामले में फ़ैसला कर सके बल्कि उसने ज़ायोनी लाबियों के इशारे पर यह हरकत अंजाम दी है।
हुज्जतुल इस्लाम मुहम्मद जवाद हाज अली अकबरी ने कहा कि ओआईसी और इस्लामी सरकारें क़ानूनी रास्तों से वह कार्यवाही करें कि स्वेडन की सरकार अपनी घटिया हरकत पर पछताने पर मजबूर हो जाए।