हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान के बम शहर के इमाम ए जुमाआ हुज्जतुल इस्लाम देहकानी ने ख़ुत्बा-ए-जुमआ में सोशल मीडिया से जुड़े चुनौतियों और उसके धार्मिक आस्थाओं पर नकारात्मक प्रभाव की ओर इशारा किया।
उन्होंने कहा,कुछ लोग सोशल मीडिया पर अनैतिक वीडियो बनाकर धार्मिक मान्यताओं को निशाना बना रहे हैं अफसोस की बात है कि आज कुछ लोग केवल शोहरत पाने के लिए ऐसे कंटेंट तैयार कर रहे हैं, जो न सिर्फ धार्मिक मूल्यों को कमजोर करता है बल्कि धार्मिक आवश्यकताओं का भी खंडन करता है।
हुज्जतुल इस्लाम देहकानी ने आगे कहा, ये अनुचित कार्य केवल ध्यान आकर्षित करने के लिए किए जाते हैं लेकिन इनका समाज पर विनाशकारी प्रभाव पड़ रहा है।
इमाम ए जुमआ ने परिवार में मीडिया साक्षरता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा माता पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों की मीडिया साक्षरता को बेहतर करें, क्योंकि यदि बच्चे और युवा इससे वंचित रहे तो वे बड़े खतरों में फंस सकते हैं और उनकी ज़िंदगी में गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
हुज्जतुल इस्लाम देहकानी ने उलमा और तलबा से संबोधित होते हुए कहा , उलमा और विद्वान रमजान के महीने में मस्जिदों में अधिक से अधिक सेवाएँ प्रदान करें।
उन्होंने कहा, तलबा और उलमा को इस पवित्र महीने में मस्जिदों में अधिक सक्रिय रहना चाहिए और इन पवित्र स्थलों की सफाई व पवित्रता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
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