हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक बयान में घोषणा किया कि अमेरिका ने यमन के हौसी आंदोलन अंसारुल्लाह को फिर से एक आतंकवादी संगठन घोसित किया।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी में व्हाइट हाउस का कार्यभार संभालने के तीन दिन बाद ही इस कदम को उठाने का वादा किया था।
इस फैसले के तहत अंसारुल्लाह पर पहले की तुलना में और भी अधिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे जो जो बाइडेन सरकार द्वारा इस आंदोलन पर लगाए गए प्रतिबंधों से सख्त होंगे।
बाइडेन ने 2021 में अपने राष्ट्रपति कार्यकाल की शुरुआत में यमन के भीतर मानवीय संकट को देखते हुए अंसारुल्लाह का नाम उस आतंकवादी सूची से हटा दिया था जिसमें ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में इसे जोड़ा था।
पिछली अमेरिकी सरकार ने रेड सी (लाल सागर) में अंसारुल्लाह की गतिविधियों के जवाब में पिछले साल इस आंदोलन को एक विशेष वैश्विक आतंकवादी संगठन करार दिया था लेकिन इसे विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करने से परहेज किया था जो एक और कठोर श्रेणी मानी जाती है।
आपकी टिप्पणी