हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के मुताबिक़, मंगलवार 9 नवंबर की शाम को आतंकी इस्राईली सेना के युद्धक विमानों ने घनी आबादी वाले जबालिया शरणार्थी शिविर पर बर्बरतापूर्ण हमला किया था।
इस हमले के तुरंत बाद ग़ज़्ज़ा स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा था कि इस्राईल द्वारा किए गए इस हमले में 100 से ज़्यादा लोग शहीद हुए गए हैं और लगभग 150 अन्य घायल हो गए और दर्जनों अन्य मलबे के नीचे दब गए हैं। वहीं मरने वालों में सबसे ज़्यादा संख्या बच्चों की बताई गई थी। इस बीच जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे मरने वालों की संख्या बढ़ती ही चली गई।
इस बीच इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए आतंकी इस्राईल द्वारा किए गए इस पाश्विक हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और विश्व समुदाय, विशेषकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से मांग की कि वह अपने कर्त्तव्य को निभाते हुए तत्काल प्रभाव से हत्यारे ज़ायोनी नस्लवादी शासन को फ़िलिस्तीन की जनता का नरसंहार करने से रोके।
बता दें कि अवैध आतंकी इस्राईली शासन चार सप्ताह से लगातार ग़ज़्ज़ा की मज़लूम जनता पर बम बरसा रहा है। जिसके नतीजे में अब तक साढ़े आठ हज़ार से अधिक लोग शहीद हो चुके हैं, जबकि हज़ारों लोग घायल हैं। शहीद और घायल होने वालों में सबसे अधिक संख्या फ़िलिस्तीनी बच्चों की है।