हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قالت فاطمۃ عليها السلام
بِشرٌ في وَجهِ المُؤمِنِ يُوجِبُ لِصاحِبِهِ الجَنَّةَ
हज़रत फातिमा ज़हरा स.ल. ने फरमाया:
मोमिन का सामना करते समय मुस्कुराहट और खुशदिली से पेश आने वाले व्यक्ति के लिए जन्नत वाजिब हो जाती है।
बिहारूल अनवार,भाग 75,पेज 401
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