मंगलवार 1 अप्रैल 2025 - 13:18
अमरोहा में ईद का दिन शांति और खुशी के साथ बीता

हौज़ा/अमरोहा में दर्जनों शिया मस्जिदों में ईद की नमाज़ अदा की गई। नमाजियों की सबसे बड़ी संख्या शफात पुता पड़ोस में स्थित अशरफ अल-मसाजिद मस्जिद में देखी गई, जहां शुक्रवार की नमाज और नमाज जमात का मौलाना मुहम्मद सयादत फहमी ने नेतृत्व किया और धर्मोपदेश दिया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अमरोहा में ईद का दिन शांतिपूर्ण ढंग से बीता। जेपी नगर जिले और अमरोहा शहर में सैकड़ों मस्जिदों, ईदगाहों, खानकाहों, मदरसों और श्मशान घाटों में ईद-उल-फितर की नमाज बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ अदा की गई। लाखों श्रद्धालुओं ने विभिन्न इमामों के नेतृत्व में ईद-उल-फि़त्र की नमाज अदा की।

अमरोहा में ईद का दिन शांति और खुशी के साथ बीता
अशरफ अल-मस्जिद में प्रार्थना उपदेश सुनना

अमरोहा में दर्जनों शिया मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। नमाजियों की सबसे बड़ी भीड़ शफात पुता पड़ोस में स्थित अशरफ अल-मसाजिद मस्जिद में देखी गई, जहां शुक्रवार की नमाज और सामूहिक प्रार्थना नेता मौलाना मुहम्मद सयादत फहमी ने नमाज का नेतृत्व किया और धर्मोपदेश दिया।

अमरोहा में ईद का दिन शांति और खुशी के साथ बीता
मस्जिद अब्दाल में नमाज़ के बाद मौलाना के साथ श्रद्धालु

शहर के विभिन्न मोहल्लों में स्थित मस्जिदों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नमाज अदा की तथा देश में शांति, व्यवस्था तथा सांप्रदायिक एकता की स्थापना के लिए दुआ मांगी। मौलाना इमरान तुराबी ने दरबार शाह वेलायत मोहल्ले में स्थित अब्दाल मुहम्मद मस्जिद में ईद की नमाज अदा कराई।

अमरोहा में ईद का दिन शांति और खुशी के साथ बीता
काजीजादा में नमाज के बाद मौलाना के साथ दुआ करते हुए

काजीजादा मोहल्ले की चांद सूरज मस्जिद में मौलाना आबिद के नेतृत्व में मोहल्ले के लोगों ने नमाज अदा की।

अमरोहा में ईद का दिन शांति और खुशी के साथ बीता
हक्कानी मस्जिद में उपदेश देते मौलाना जीशान

अजमेर निवासी मौलाना जीशान हैदर जैदी ने मोहल्ला हक्कानी स्थित मस्जिद में ईद-उल-फितर की नमाज अदा कराई और खुतबा भी सुनाया। अपने उपदेशों में प्रमुख इमामों ने मुसलमानों से देश की वर्तमान स्थिति में धैर्य और सहनशीलता बरतने का आग्रह किया।

अमरोहा में ईद का दिन शांति और खुशी के साथ बीता
हक्कानी मस्जिद में नमाज़ पढ़ते हुए

उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने रमजान के पवित्र महीने के दौरान पूरे एक महीने तक धैर्य और सहनशीलता का परिचय दिया है। उन्हें शेष महीनों में उकसावे के बावजूद इसी भावना से कार्य करना जारी रखना चाहिए। इमामों ने देश में शांति और व्यवस्था की स्थापना, देश की समृद्धि और विकास के साथ-साथ फिलिस्तीनियों की पीड़ा के अंत और दमनकारी शक्तियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए अल्लाह से प्रार्थना की।

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