मंगलवार 8 अप्रैल 2025 - 05:45
सबसे अच्छा मौएज़ा और नसीहत

हौज़ा / हज़रत इमाम मूसा काज़िम (अ) ने एक परंपरा में जीवन के अनुभवों के प्रभावों की ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह रिवायत "हयात अल-इमाम मूसा इब्न जाफर (अ)" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الکاظم علیہ السلام:

کَفى بِالتَّجارِبِ تَأْديبا وَبِمَمَرِّ الأَيّـامِ عِـظَةً۔

हज़रत इमाम मूसा काज़िम (अ) ने फ़रमाया:

किसी व्यक्ति को शिष्टाचार सिखाने के लिए अनुभव ही पर्याप्त हैं, और किसी व्यक्ति को सलाह देने और निर्देश देने के लिए बीते दिन ही पर्याप्त हैं।

हयात इमाम मूसा इब्न जाफ़र (अ), भाग 1, पेज 256

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