हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने फरमाया,साम्राज्यवाद के बड़े सरग़ना और कमांडर इस बात की ताकीद करते हैं कि हमें ऐसा काम करना चाहिए की अवाम का महदवीयत पर अक़ीदा धीरे धीरे ख़त्म हो जाए।
साम्राज्यवादियों ने यह नतीजा निकाला था कि जब तक लोगों के बीच महदवीयत का अक़ीदा बाक़ी रहेगा, तब तक हम उनको अपने कंट्रोल में नहीं ले सकते!
देखिए! महदवीयत का अक़ीदा कितना अहम है! वे लोग ग़लती करते हैं जो प्रबुद्धता (रौशनफ़िक्री) और बदलाव के नाम पर इस्लामी अक़ीदे पर, बिना अध्ययन के, बिना इल्म के और यह जाने बिना कि वे क्या कर रहे हैं, सवालिया निशान लगाते हैं।
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