۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
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हौज़ा/सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,इस्लाम में इमामे ज़माना अ.स. के बारे में अक़ीदा, बुनियादी अक़ीदों में हैं यह सिर्फ़ शियों से विशेष नहीं है सभी इस्लामी मसलक के अक़ीदा रखते हैं कि आख़िरकार दुनिया में हज़रत मेंहदी अ.स. के हाथों न्याय का राज होगा

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,इस्लाम में इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम के बारे में अक़ीदा, बुनियादी अक़ीदों में है, यानी यह सिर्फ़ शियों से विशेष नहीं है।

सभी इस्लामी मसलक के अक़ीदा रखते हैं कि आख़िरकार दुनिया में हज़रत मेंहदी अलैहिस्सलाम के हाथों न्याय का राज होगा। विभिन्न हवालों से पैग़म्बर और अन्य हस्तियों की रिवायतें इस4 सिलसिले में बयान की गई हैं। इस लिए इसमें किसी शक की कोई गुंजाइश नहीं है।

इस बीच शियों की एक ख़ास विशेषता यह है कि उनके यहां महदवीयत के अक़ीदे में ज़रा सी भी अस्पष्टता नहीं है, उनके निकट ये ऐसा पेचीदा अक़ीदा नहीं है जो लोगों की समझ से बाहर हो, ये बिलकुल स्पष्ट मामला है और जिस हस्ती के बारे में है, वह भी स्पष्ट है, हम उस हस्ती को जानते हैं, उसकी विशेषताओं से हम अवगत हैं,

उस हस्ती के पूर्वजों से हम परिचित हैं, उसके परिवार को हम जानते हैं, उसकी जन्म तिथि हमें मालूम है, उसके जन्म की तफ़सील से हम आगाह हैं। इस परिचय में भी सिर्फ़ शिया धर्मगुरुओं की रिवायतें नहीं हैं, ग़ैर शिया रावियों की रिवायतें भी हैं जो इन निशानियों को स्पष्ट करती हैं।

अन्य मतों से संबंधित लोगों को चाहिए कि इन हदीसों पर तवज्जोह दें ताकि हक़ीक़त ज़ेहन में बैठ जाए। तो इस अक़ीदे की अहमियत का अंदाज़ा इस तरह लगाया जा सकता है और इस सिलसिले में दूसरों से पहले ख़ुद हमें गहरे अध्ययन की ज़रूरत है। इस संबंध में ठोस तरीक़े से तहक़ीक़ करनी चाहिए।

इमाम ख़ामेनेई

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