हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इस्फहान के इमामे जुमआ आयतुल्लाह ताबातबाई नेजाद ने इस्फहान की 15 ज़िलों पर आधारित नगरपालिका (बलदिया) के जनसंपर्क (रिलेशंस) विभाग के निदेशकों से मुलाकात की यह मुलाकात संचार और जनसंपर्क दिवस के अवसर पर हुई, जिसमें उन्होंने उन्हें मुबारकबाद दी और इस क्षेत्र की अहमियत को उजागर किया।
उन्होंने अपनी बातचीत के दौरान इस्लामी क्रांति की कामयाबियों और सेवाओं को बयान करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कहा, जनता को यह मालूम होना चाहिए कि हमने कुफ्र के अधीन न रहने की नेमत (वरदान) हासिल की है जो कि अपने आप में एक बड़ी कामयाबी है।
आयतुल्लाह ताबातबाई निजाद ने आगे कहा, आज बदक़िस्मती से अरब दुनिया के ज़्यादातर मुल्क अमेरिका के अधीन हो गए हैं और अपनी धार्मिक और इंसानी पहचान खो चुके हैं, क्योंकि उन्होंने खुदा की बजाय ग़ैर ख़ुदा की पैरवी शुरू कर दी है।
मजलिसे खुबर्गान रहबरी के इस सदस्य ने ज़बान से होने वाले गुनाहों, ख़ास तौर पर झूठ की निंदा करते हुए कहा,हमें सिर्फ अल्लाह के अधीन रहना चाहिए और दूसरों की तरक्क़ी या खुशी की ख़ातिर झूठ बोलना या कोई भी गुनाह नहीं करना चाहिए हर मामले में सच हमारी बुनियाद होना चाहिए।
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