۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
رہبر انقلاب اسلامی آیت اللہ خامنہ ای نے کووڈ 19 کی ایرانی ویکسین برکت کی دوسری ڈوز انجیکٹ کروائی

हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने अहवाज़ की जनता के शिकवे को जायज़ बताया और उन अनुशंसाओं का ज़िक्र किया जो ख़ूज़िस्तान की पानी और ड्रेनेज समस्या के बारे में की गयी थीं। सुप्रीम लीडर ने कहाः “अगर उन अनुशंसाओं पर ध्यान दिया गया होता तो निश्चित रूप से आज ये मुश्किलें पेश न आतीं।” उन्होंने कहाः “पानी की मुश्किल कोई छोटी मुश्किल नहीं है, वह भी ख़ूज़िस्तान के ऐसे मौसम में, वह भी ख़ूज़िस्तान की जनता के लिए। ख़ूज़िस्तान की जनता बहुत ही वफ़ादार है।”

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनई ने शुक्रवार 23 जुलाई 2021 को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज़ ली।  

आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने 25 जून 2021 को कोविड-19 की ईरानी वैक्सीन ‘कोव ईरान बरकत’ की पहली डोज़ ली थी। सुप्रीम लीडर ने शुक्रवार 23 जुलाई को दोपहर से पहले इस वैक्सीन की दूसरी डोज़ ली। 

सुप्रीम लीडर ने वैक्सीन लगवाने के बाद, मौजूद लोगों से बातचीत में ख़ूज़िस्तान की मुश्किल का ज़िक्र किया और हालिया घटनाओं को पीड़ादायक बताया और कहाः “पिछले सात-आठ दिन हमें ख़ूज़िस्तान के मासले, वहाँ की जनता की पानी की समस्या और दूसरी मुश्किलों की चिंता रही। यह बात पीड़ादायक है कि ख़ूज़िस्तान प्रांत के हालात ऐसे हो जाएं कि इस प्रांत की जनता नाराज़ हो जाए जबकि इस प्रांत के लोग बड़े वफ़ादार हैं, प्रांत संभावनाओं और प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है, यहां कारख़ानों की बहुतायत है।”  

आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने अहवाज़ की जनता के शिकवे को जायज़ बताया और उन अनुशंसाओं का ज़िक्र किया जो ख़ूज़िस्तान की पानी और ड्रेनेज समस्या के बारे में की गयी थीं। सुप्रीम लीडर ने कहाः “अगर उन अनुशंसाओं पर ध्यान दिया गया होता तो निश्चित रूप से आज ये मुश्किलें पेश न आतीं।”
उन्होंने कहाः “पानी की मुश्किल कोई छोटी मुश्किल नहीं है, वह भी ख़ूज़िस्तान के ऐसे मौसम में, वह भी ख़ूज़िस्तान की जनता के लिए। ख़ूज़िस्तान की जनता बहुत ही वफ़ादार है।”

सुप्रीम लीडर ने पवित्र प्रतिरक्षा के आठ साल के दौरान ख़ूज़िस्तान प्रांत की जनता की वफ़ादारी की सराहना करते हुए कहाः”आठ साल तक चलने वाले युद्ध के दौरान अग्रिम मोर्चे पर मुश्किलों का सामना करने वाले ख़ूज़िस्तान के लोग थे, उन्होंने दृढ़ता दिखाई, यह मैंने नज़दीक से देखा।”

आयतुल्लाह ख़ामेनई ने ख़ूज़िस्तान की जनता को पेश मुश्किलों पर खेद व चिंता प्रकट करते हुए आदेश दिया कि इस मुश्किल को जल्द से जल्द हल किया जाए। उन्होंने इस मुश्किल के हल पर सही समय पर ध्यान न दिए जाने पर शिकवा करते हुए सरकारी व ग़ैर सरकारी तंत्रों की ओर से इस संबंध में की जा रही कोशिशों पर ख़ुशी जतायी और कोशिशों के जारी रहने पर बल देते हुए कहाः “इन कामों को आगे बढ़ाएं। गंभीरता के साथ आगे बढ़ाएं। अगली सरकार भी इस मसले पर गंभीरता से ध्यान दे।”

आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनई ने अपनी स्पीच के अंत में लोगों से अनुशंसा की कि दुश्मन के हाथों इस्तेमाल होने से बचें। उन्होंने कहाः “अलबत्ता लोग भी होशियार रहें क्योंकि दुश्मन छो़टे से छोटे मामले को देश के ख़िलाफ़, इस्लामी क्रांति के ख़िलाफ़, इस्लामी गणतंत्र के ख़िलाफ़ और आम लोगों के हितों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल करना चाहता है। होशियार रहें कि दुश्मन उन्हें हथकंडे के तौर पर इस्तेमाल न करे, दुश्मन के हाथ कोई बहाना न लगने पाए। मुझे उम्मीद है कि ईश्वर अपनी कृपा इस राष्ट्र पर नाज़िल करेगा। इस राष्ट्र पर मेहरबान रहेगा कि यह राष्ट्र ईश्वरीय कृपा व मेहरबानी के योग्य है।”

सुप्रीम लीडर ने कोरोना वैक्सीन के लोगों के बीच वितरण के मामले में पेश आयी रुकावटों की ओर इशारा करते हुए कहाः इस रुकावट के पीछे उन लोगों की वादाख़िलाफ़ी वजह बनी जिन्होंने हमें कोरोना वैक्सीन बेचने का वादा किया था लेकिन मुकर गए। यह मामला, एक बार फिर ईरानी राष्ट्र और देश के अधिकारियों से कह रहा है कि हमें सभी मामलों में अपने पैरों पर खड़ा होना होगा क्योंकि दूसरों पर निर्भरता से मुश्किलों का सामना होता है जैसा कि इस मामले में मुश्किलें सामने आयीं।  

उन्होंने कहाः “हमारे पास आंतरिक स्तर पर वैक्सीन के उत्पादन के साथ साथ उन देशों की वैक्सीन इस्तेमाल करने के अलावा जिन पर हमे भरोसा है, कोई चारा नहीं था, लेकिन पूरी कोशिश आंतरिक स्तर पर वैक्सीन के उत्पादन पर केन्दित होनी चाहिए।”

सुप्रीम लीडर ने कहा कि लोगों को वैक्सीन का इंतेज़ार न करने पड़े और उम्मीद जतायी कि लोगों के बीच वैक्सीन बांटने का काम सुकून से अंजाम पाएगा।

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