बुधवार 28 मई 2025 - 05:22
गरीबी और फ़क़्र के डर से शादी न करने के परिणाम

हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत मे गरीबी और फ़क़्र के डर से शादी न करने के परिणामों की ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "मन ला यहज़ुर अल-फ़कीह" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الصادق علیہ السلام:

مَنْ تَرَكَ التَّزْويجَ مَخافَةَ الْفَقْرِ فَقَدْ اَساءَ الظَّنَّ بِاللّهِ ـ عَزَّ وَ جَلَّ ـ ، اِنَّ اللّهَ ـ عَزَّ وَ جَلَّ ـ يَقُولُ: «اِنْ يَكُونُوا فُقَـراءَ يُغْنِـهِمُ اللّهُ مِـنْ فَضْـلِهِ».

इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:

जो व्यक्ति गरीबी और कठिनाई के डर से शादी नहीं करता, वह ऐसा है मानो उसने अल्लाह पर शक किया है, क्योंकि अल्लाह तआला कहता हैं: "यदि वह गरीब है, तो अल्लाह तआला उसे अपने फ़ज़्ल व करम से बेनियाज़ कर देगा।"

मन ला यहज़ुर अल-फ़कीह, भाग 3, पेज 251

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha