हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान की न्यायपालिका ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह व्यक्ति इजरायल को गोपनीय जानकारी देने और जासूसी करने का दोषी पाया गया था। उस पर "मुहारिबा और "फसाद फिल अर्ज" (धरती पर भ्रष्टाचार फैलाने) का आरोप सिद्ध हुआ।
ईरान की न्यायपालिका के मीडिया सेंटर ने घोषणा की है कि एक व्यक्ति जो इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी कर रहा था, उसे "मुहारिबा" "फसाद फिल अर्ज" (धरती पर भ्रष्टाचार फैलाने) के आरोप में पूर्ण न्यायिक प्रक्रिया के बाद फांसी दे दी गई।
आरोपी का नाम, इस्माइल फ्करी था,
इजरायल को संवेदनशील सैन्य और राष्ट्रीय सुरक्षा जानकारी लीक करना,मोसाद एजेंटों के साथ डिजिटल संचार और गुप्त भुगतान प्राप्त करना
दो मोसाद अधिकारियों ("अमीर" सहित) के साथ सक्रिय सहयोग
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फकरी ने मोसाद के लिए गुप्त स्थानों, महत्वपूर्ण व्यक्तियों और संगठनात्मक मिशनों के बारे में जानकारी एक सुरक्षित संचार प्रणाली के माध्यम से साझा की उसने क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के जरिए भुगतान भी प्राप्त किया।
ईरानी अदालत ने फोरेंसिक सबूतों, डिजिटल रिकॉर्ड और उसके स्वीकारोक्ति के आधार पर धारा 6 के तहत मौत की सजा सुनाई। सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद आज सुबह फांसी दी गई।
यह मामला ईरान-इजरायल प्रॉक्सी संघर्ष के तनाव को दर्शाता है। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समूह अक्सर ईरान में जासूसी मामलों की न्यायिक प्रक्रियाओं पर सवाल उठाते रहे हैं।
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