हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , सांस्कृतिक और बौद्धिक क्षेत्र के प्रख्यात हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद मेहदी मीर बाक़री ने कहा है कि मराज़य ए इकराम द्वारा विलायत-ए फकीह का अपमान करने को हराम घोषित करने वाला फतवा ज़ायोनिज़्म और वैश्विक साम्राज्यवाद के सिर पर तलवार की तरह लटक रही है।यह फतवा वैश्विक साम्राज्यवादी ताकतों के लिए असुरक्षा का कारण बन सकता है।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद मेहदी मीरबाक़री ने अपने पेज पर लिखा,मराज़ए तक़लीद और इस्लामी विद्वानों ने जो फ़तवा दिया है कि विलायत-ए फ़कीह की बेअदबी और उस पर हमला करना हराम है, यह फ़तवा दुनिया भर के साम्राज्यवादी नेताओं और उनके सांस्कृतिक व आर्थिक संरक्षकों के लिए भी असुरक्षा और डर का संदेश है।
उन्होंने आगे कहा,अगर यह शरई आदेश व्यावहारिक रूप ले लेता है, तो साम्राज्यवाद और ज़ायोनिज़्म के मुखिया कभी भी दुनिया में शांतिपूर्ण जीवन नहीं जी पाएंगे, और उनका अंजम सलमान रुश्दी जैसा होगा, जो अपना बाकी जीवन छिपकर बिताने पर मजबूर हो गया।
हुज्जतुल इस्लाम मीरबाक़री ने कहा कि यह सच्चाई खुद ज़ायोनी यहूदी भी अच्छी तरह समझते हैं कि अगर इस्लामी उम्माह अपने विश्वास, ग़ैरत और इस्लामी आदेशों की रोशनी में उठ खड़ी हुई, तो ताग़ूती ताकतों के लिए ज़मीन तंग हो जाएगी।
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