हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , भारत के राज्य जम्मू कश्मीर के वरिष्ठ आलिम-ए-दीन हुज्जतुल इस्लाम सैयद मुख़्तार हुसैन जाफ़री ने अपने बयान में हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा रहबर-ए-इन्क़िलाब इस्लामी की शान में की गई बेहूदा टिप्पणी की सख़्त अल्फ़ाज़ में निंदा की है।
उन्होंने कहा,हम भारतीय मीडिया के उस घटिया, बेशर्म और गैर ज़िम्मेदार रवैये की कड़ी निंदा करते हैं, जिसमें रहबर-ए-मुअज़्ज़म, वली-ए-फ़क़ीह, इमाम सैयद अली ख़ामेनई पर बेबुनियाद, बकवास और सरासर झूठे इल्ज़ाम लगाए गए कि जैसे वह नशे के आदी हैं। यह आरोप न सिर्फ़ ईरान के रूहानी निज़ाम पर हमला है, बल्कि करोड़ों आशिक़ाने विलायत की भावनाओं को रौंदने की घिनौनी कोशिश है।
उन्होंने आगे कहा,भारतीय मीडिया को न सच्चाई से कोई वास्ता है, न तहक़ीक़ से। यह महज़ पश्चिमी व यहूदी एजेंडे को पूरा कर रहा है, जो हमेशा से मुस्लिम नेतृत्व को बदनाम करने की साज़िश करता आया है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान में नशाखोरी के ख़िलाफ़ सख़्त क़ानून मौजूद हैं, जिनमें मौत की सज़ा तक शामिल है। रहबर-ए-मुअज़्ज़म ने कई बार अपने ख़िताबों में नशे को ‘तबाहकुन, शैतानी हथियार’ कहा है। ऐसे झूठे प्रोपेगेंडा सिर्फ़ यहूदी लॉबी, अमेरिकी व पश्चिमी खुफिया एजेंसियों और उनके स्थानीय गुलामों का मानसिक हमला हैं।
अंत में उन्होंने दुनिया भर के मुसलमानों को संबोधित करते हुए कहा,हमें रहबर की रहनुमाई, परहेज़गारी और सच्चाई की पहचान को आम करना होगा और उनकी शान में गुस्ताख़ी करने वालों को सख़्त से सख़्त जवाब देना होगा। यह चुप रहने का नहीं, बोलने और डटकर जवाब देने का समय है रहबर की इज़्ज़त हमारी ग़ैरत है, और ग़ैरत का सौदा नहीं किया जाता।
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