हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इराक के पवित्र शहर कर्बला में कई लाख मुसलमानों ने अरबईन हुसैनी की पैदल यात्रा के दौरान फिलिस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की। इस दौरान ज़ायरीन ने फिलिस्तीन के लिए दुआ की और इस्राइल के खिलाफ संघर्ष के नारे लगाए।
दुनिया के कई देशों के विचारकों और राजनीतिक और सांस्कृतिक हस्तियों की उपस्थिति में "फ़िलिस्तीन और इमाम हुसैन अलैहिस्सल्लाम" नामक अल-अक्सा कॉल अंतर्राष्ट्रीय कांफ़्रेंस रविवार से सोमवार तक आयोजित की गई।यह कांफ़्रेंस पवित्र नगर करबला में हुसैनी धार्मिक केन्द्र की देखरेख में आयोजित हुई।
अलमयादीन चैनल के अनुसार, फ़िलिस्तीनी मुद्दे के साथ अंतरराष्ट्रीय एकजुटता के लिए आयोजित होने वाली इस कांफ़्रेंस में शामिल लोगों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि फ़िलिस्तीन का मुद्दा, विश्व के स्वतंत्र लोगों और औपनिवेशिक शक्तियों के बीच युद्धक्षेत्र का पहला मुद्दा है।
इस कांफ़्रेंस में ज़ायोनी शासन के साथ संबंधों के सामान्यीकरण का भी विरोध किया गया और इस्लामी विद्वानों व विचारकों और दुनिया के स्वतंत्र लोगों से इस मुद्दे पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
इस बैठक में उपस्थित लोगों ने ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के प्रतिरोध की सराहना की और उन्होंने फ़िलिस्तीनी मुद्दे और हुसैनी आंदोलन के आयामों के प्रसार में विचारकों, मीडिया और नागरिक समाज संस्थानों की भूमिका पर ज़ोर दिया।
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