बुधवार 20 अगस्त 2025 - 07:11
रियाकारी अमल को बातिल कर देती हैं

हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में रियाकार व्यक्ति के साथ किए जाने वाले व्यवहार की ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "वसाइल उश शिया" पुस्तक से लिया गया है इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال الامام الصادق علیه السلام

إنَّ المُرائي يُدعَى يَومَ القِيامَةِ بِأربَعَةِ أَسماءٍ: يا كافِر! يا فاجِر! يا غادِر! يا خاسِر! حَبِطَ عَمَلُكَ و بَطَلَ أجرك

हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया:

रियाकार व्यक्ति को क़यामत के दिन निम्नलिखित चार नामों से पुकारा जाएगा:

हे काफ़िर! हे फासिकओ-फाजिर! हे ग़द्दार! हे नुकसान उठाने वाले! तेरा अमल बर्बाद हो गया और तेरा अज्र बेकार हो गया।

वसाइल उश शिया,भाग 1,पेज 56

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