۲۴ شهریور ۱۴۰۳ |۱۰ ربیع‌الاول ۱۴۴۶ | Sep 14, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में ऐसे एहतेराम का ज़िक्र किया है जो खुद के एहतेराम के बराबर है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "वसाएल अलशिया" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
 

:قال الامام الصادق علیه السلام

منْ أَتَاهُ أَخُوهُ اَلْمُسْلِمُ فَأَكْرَمَهُ فَإِنَّمَا أَكْرَمَ اَللَّهَ عَزَّ وَ جَلَّ .

हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो अपने यहां आने वाले मुसलमान का एहतेराम करें तो गाया उसने अल्लाह तआला(अज़ीज़ ए बुजुर्ग का एहतेराम किया हैं।

वसाएल अलशिया,भाग 16,पेज 376

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