हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "वसाएल अलशिया" पुस्तक से लिया गया है इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الباقر علیه السلام
ما مِن شَى ءٍ يُعبَدُ اللّه ُ بِهِ يَومَ الجُمُعَةِ أحَبَّ إلَىَّ مِنَ الصَّلاةِ عَلى مُحَمَّدٍ و آلِ مُحَمَّدٍ
हज़रत इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जुमआ के दिन हज़रत मोहम्मद व आले मोहम्मद अलैहिमुस्सलाम पर दुरूद भेजने से पसंदीदा तर इबादत मेरे नज़दीक कोई नही हैं।
वसाएल अलशिया,भाग 7,पेज 3880