शुक्रवार 5 सितंबर 2025 - 13:02
सरवर ए कायनात (स) सर्वोच्च और उच्चतम गुणों और महानताओं के समुच्चय हैंः मौलाना सय्यद साजिद अली नक़वी

हौज़ा / मौलाना सय्यद साजिद अली नक़वी ने कहा, जीवन के हर क्षेत्र में बिगड़ी हुई स्थिति को पैगंबर ए अकरम (स) की शिक्षाओं की रौशनी में ही सही किया जाएगा।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , क़ायदे मिल्लत ए जाफ़रिया पाकिस्तान मौलाना सय्यद साजिद अली नकवी ने 'हफ्ता-ए-वहदत' की शुरुआत पर बधाई देते हुए कहा,पैगंबर-ए-अकरम सल्लल्लाहु अलैहि व आलिहि व सल्लम का पवित्र व्यक्तित्व सभी उच्चतम गुणों और पूर्णताओं का समुच्चय है और उनकी पवित्र सीरत (जीवनी) मुहम्मदी उम्मत के लिए, बल्कि पूरी मानवता के लिए एक आदर्श उदाहरण है।

उन्होंने आगे कहा, मिलाद ए खातमुल अंबिया (स) का त्यौहार पूरे उत्साह के साथ मनाने के साथ-साथ उनकी शिक्षाओं को भी ध्यान में रखा जाए और जीवन के हर क्षेत्र में बिगड़ी हुई स्थिति को पैगंबर-ए-अकरम (स) की सीरत की रौशनी में ही सही किया जाए।

मौलाना सय्यद साजिद नकवी ने कहा,हज़रत मुहम्मद मुस्तफा (स) का पवित्र जीवन और उनका सीरत और व्यवहार हमसे यह मांग करता है कि हम पैगंबर की शिक्षाओं की रोशनी में एकता और मेल-जोल को बढ़ावा दें, व्यवस्था में मौजूद कमियों और खामियों को सही करते हुए इसे एक कल्याणकारी राज्य बनाएं।

उन्होंने कहा, जब हमें यह दृढ़ विश्वास है कि हम सभी का एक अल्लाह, एक रसूल, एक कुरआन और एक काबा पर ईमान है, तो फिर छोटे-मोटे मतभेदों में बौद्धिक स्तर, सभ्य तरीके और शालीनता की आदत डालनी चाहिए।

क़ायदे मिल्लत ए जाफ़रिया ने कहा, हमारे मराजे ए किराम और आयात-ए-उज़मा ने स्पष्ट किया है कि किसी भी मज़हब (सम्प्रदाय) की पवित्र चीज़ों का अपमान हराम है।उन्होंने आगे कहा,मिल्लत-ए-मुस्लिमा एकता का व्यावहारिक प्रदर्शन करके स्पष्ट करे कि वह एक एकजुट उम्मत समुदाय है।

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