हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मौलाना कुमैल महदवी ने मुहर्रम की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुहर्रम के पवित्र महीने के आगमन पर शांति, प्रेम और सहिष्णुता की बात करनी चाहिए क्योंकि इस्लाम शांति, प्रेम और आपसी सम्मान की बात बोलता है।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों की सभी विचारधाराओं को इबादत के इस महीने में एकता बनाए रखनी चाहिए, यह पवित्र महीना पैगंबर के नवासे की शहादत और पैगंबर के परिवार के कष्टों का महीना है।
इसलिए हमें अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) द्वारा बताए गए सिद्धांतों का पालन करके और इमाम हुसैन (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की बैठकों में पूरी तरह से भाग लेकर खुद को सुधारना होगा, हमें यह स्पष्ट करना होगा कि पवित्र महीना मुहर्रम का महीना पूरे इस्लामी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण गुण और आशीर्वाद का महीना है। इसमें हमें नवास रसूल (PBUH) द्वारा किए गए बलिदानों को याद रखना होगा और इस्लाम को हमेशा के लिए जीवित रखना होगा।