बुधवार 10 सितंबर 2025 - 17:48
सभी इस्लामी देशों को क़तर पर हमले की निंदा करनी चाहिए

हौज़ा / ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान ने ज़ोर देकर कहा कि इस्लामी देश इज़राईली शासन के अपराधों की गंभीर और प्रभावी ढंग से निंदा करें।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान ने मंगलवार को क़तर की राजधानी दोहा में फ़िलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास की बैठक पर ज़ायोनी शासन के हवाई हमले के बाद, क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद आले सानी से टेलीफ़ोन पर बातचीत में इस देश पर ज़ायोनी शासन के हमले की निंदा की।

राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान ने कहा,इस्लामी देशों को चाहिए कि वे एकजुट और एकमत होकर कथनी और करनी में इस खुले आक्रमण और अपराधों की गंभीर व प्रभावी निंदा करें ताकि यह अपराधी शासन इस तरह की कार्यवाही को दोहराने और जारी रखने का साहस न कर सके।

उन्होंने दोस्त और भाई देश क़तर के साथ इस्लामी गणराज्य ईरान के पूर्ण समर्थन और एकजुटता की घोषणा करते हुए कहा,इस्लामी गणराज्य ईरान अपने क़तरी भाइयों के साथ खड़ा है और अपने पड़ोसी व घनिष्ठ मित्र का समर्थन करने के लिए जो भी आवश्यक होगा, वह कदम उठाएगा।

ईरान के राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि दुर्भाग्यवश, ज़ायोनी शासन किसी भी मान्य अंतरराष्ट्रीय क़ानून का पालन नहीं करता और न ही किसी वैश्विक कानूनी नियम का सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि ज़ायोनी शासन का यह तरीका और उसका रवइया अमेरिका के समर्थन से ही संभव होता है।

इसी संबंध में क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद आले सानी ने ईरान के राष्ट्रपति से टेलीफ़ोनी बातचीत में इस बात पर बल दिया कि क्षेत्रीय देशों को ज़ायोनी शासन के अपराधों के प्रति एकजुट और एकमत रुख़ अपनाना चाहिए।

उन्होंने स्पष्ट किया,हमास के अधिकारी, अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से पेश किए गए युद्धविराम प्रस्ताव पर विचार कर रहे थे और हमारी उनसे हुई बातचीत में उन्होंने कहा था कि वे इस प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन खेद की बात है कि इज़राइल ने इसी बैठक पर हमला कर दिया।

अमीर क़तर ने आशा जताई कि आने वाले दिनों में इस्लामी गणराज्य ईरान और अन्य इस्लामी देशों के साथ क़तर के संपर्क जारी रहेंगे ताकि सामूहिक सहयोग और प्रयासों से इज़राइल के अपराधों को रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम उठाया जा सके।

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