۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
आमीर

हौज़ा/इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने क्षेत्र के चार देशों क़तर, ओमान, कुवैत और संयुक्त अरब इमारात का दौरा किया,

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्री का 4 देशों का सफल दौरा यह दौरे अरब देशों के साथ मज़बूत हो रहे ईरान के रिश्तों के क्रम में अंजाम पा रहे हैं। ईरान और सऊदी अरब के बीच होने वाले हालिया समझौते के बाद तेहरान के साथ क्षेत्र के देशों के आपसी संबंध नए चरण में पहुंच गए हैं और यह क्षेत्रीय दौरे भी इसी संदर्भ में हो रहे हैं।

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अबदुल्लाहियान ने दोहा की यात्रा पर जाने के बाद ट्वीट किया कि पड़ोसी देशों के साथ संबंधों का बहुआयामी विस्तार ईरान की विदेश नीति के मूल सिद्धांतों का हिस्सा है।

ईरान के पड़ोसी देशों के पास महत्वपूर्ण आर्थिक, व्यापारिक और राजनैतिक क्षमताएं हैं। विदेश मंत्री ने इमारात पहुंचने के बाद बयान दिया कि फ़ार्स खाड़ी के तटीय देशों के साथ इस्लामी गणराज्य ईरान का सहयोग बिल्कुल नए चरण में पहुंच गया है।

दूसरी बात यह है कि इन क्षेत्रीय यात्राओं में विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान ने अपने समकक्षों से मुलाक़ातें करने के साथ ही इमारात के शासक मुहम्मद बिन ज़ाएद से भी मुलाक़ात की जिसमें आपसी रूचि के विषयों पर गंभीर वार्ताएं हुईं।

दूसरा बिंदु यह है कि क़रत और ओमान के दौरे के दौरान इन दोनों देशों के शासकों के साथ राष्ट्रपति रईसी के समझौतों के बारे में भी बातचीत हुई। पिछले साल राष्ट्रपति रईसी ने ओमान की यात्रा की थी जिसके जवाब में ओमान के सुल्तान हैसन बिन तारिक़ तेहरान आए। राष्ट्रपति रईसी ने फ़रवरी 2022 में क़तर का दौरा करके इस देश के अमीर शैख़ तमीम बिन हमद से मुलाक़ात की जिसके बाद मई 2023 में क़तर के अमीर शैख़ तमीम तेहरान आए।

यह यात्राएं उसी समय उपयोगी होंगी जब इनमें होने वाले समझौते का फ़ायदा संबंधित देशों को मिले। विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियान ने समझौतों की प्रगति को रफ़तार देने की कोशिशों का ज़िक्र करते हुए कहा कि आर्थिक, व्यापारिक, पर्यटन और विज्ञान तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग को सुचारू बनाने पर ख़ास तवज्जो रही।

इन चारों देशों में रहने वाले प्रवासी ईरानियों का विषय भी मुख्य रूप से ध्यान का केन्द्र था। इमारात और कुवैत में ईरानी प्रवासियों को अन्य जगहों से ज़्यादा कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अमीर अब्दुल्लाहियान का कहना था कि इन समस्याओं को हल करने के लिए बुनियादी उपाय किए गए हैं।

दूसरी बात यह है कि पश्चिम के साथ ईरान की वार्ता से जुड़े विषय भी इन चार अरब देशों की अमीर अब्दुल्लाहियान की यात्रा में चर्चा में आए। क़तर और ओमान ईरान और पश्चिमी के बीच बातचीत की प्रक्रिया में कई बार मध्यस्थ की भूमिका निभा चुके हैं।

हाल ही में यह ख़बरें भी आई हैं कि ईरान के विदेश उपमंत्री और परमाणु वार्ताकार अली बाक़ेरी कनी और यूरोपीय संघ के विदेश विभाग के अधिकारी और जेसीपीओए की बहाली के समन्वयक एनरिक मोरा के बीच बातचीत दोहा में हुई है। यह भी लगता है कि विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान की क़तर और ओमान यात्रा में पश्चिम के साथ समझौते का विषय भी चर्चा में आया हैं।
 

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