शनिवार 18 अक्तूबर 2025 - 10:12
अफ़्व और दर गुजर करने का समरा

हौज़ा/ अल्लाह के रसूल (स) ने एक रिवायत में दर गुज़र करने के समरे का वर्णन किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह रिवायत "काफ़ी" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال رسول اللہ صلی‌ الله علیه و آله:

عَلَيكُم بِالعَفوِ؛ فَإنَ العَفوَ لا يَزيدُ العَبدَ إلاّ عِزّا، فَتَعافَوا يُعِزَّكُمُ اللّهُ

अल्लाह के रसूल (स) ने फ़रमाया:

क्षमा करो और दर गुज़र (माफ़) करो क्योंकि इससे व्यक्ति की गरिमा बढ़ती है। इसलिए, एक-एक करके, कमियों से बचो ताकि अल्लाह तुम्हारी गरिमा बढ़ाए।

काफ़ी, भाग 2, पेज 108, हदीस 5

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