हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मजमूआ वराम,,पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
تَجاوَزوا عَن عَثَراتِ الخاطِئينَ يَقيكُمُ اللّه ُ بِذلكَ سُوءَ الأقدارِ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
दूसरों की गलतियों को माफ करो,ताकि इस तरह अल्लाह तआला भी तुम्हारी गलतियों और बुराइयों से निजात अता करेंगा,
मजमूआ वराम,2/120