शुक्रवार 24 अक्तूबर 2025 - 11:49
माहे जमादीउल अव्वल की मुनासिबतें

माहे जमादीउल अव्वल की मुनासिबतें

मौलाना सैयद अली हाशिम आब्दी

हौज़ा / माहे जमादीउल अव्वल की बहुत सारी मुनासिबतें है जो आपकी खिदमत में पेश की जा रही है

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,माहे जमादीउल अव्वल की बहुत सारी मुनासिबतें है जो आपकी खिदमत में पेश की जा रही है

पहली जमादीउल अव्वल:

1. आयतुल्लाहिल-उज़मा मीरज़ा मुहम्मद हसन शीराज़ी रहमतुल्लाह अलैह ने तम्बाकू के हराम होने का तारीख़ी फ़तवा दिया, जिससे आलमी इस्तेअमार (वैश्विक साम्राज्यवाद) की इंसानियत दुश्मन साज़िशें नाकाम हो गईं। सन 1309 हिजरी।

2.  जमादीउल अव्वल

1. शायर-ए-अहलेबैत (अ.स.) जनाब मजदुद्दीन मर'वज़ी कसाई रहमतुल्लाह अलैह का इंतक़ाल, सन 391 हिजरी।
फ़ारसी ज़बान के अज़ीम शायर जनाब मजदुद्दीन मर'वज़ी कसाई रहमतुल्लाह अलैह ने पहले बादशाहों की तारीफ में शेर कहे, लेकिन बाद में अपने इस अमल पर शर्मिंदा हुए और तौबा की और अहलेबैत अ०स० की मद्ह सराई शुरू की।
फ़ारसी ज़बान में आप पहले शायर हैं जिन्होंने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के ग़म में मर्सिया लिखा।
ग़ौर तलब है कि उन्हें दौलत, शोहरत और पद बादशाहों की तारीफ़ से मिला, लेकिन जब उन्होंने अहलेबैत अ०स० की मदह शुरू की तो फिर कभी किसी बादशाह की तारीफ़ में शेर नहीं कहा। उनका यह अमल रहती दुनिया तक तमाम शायरों के लिए मशअल-ए-राह (मार्गदर्शक दीपक) है।

3 जमादीउल अव्वल

1. मरजा ए तक़लीद आयतुल्लाहिल-उज़मा सैयद इस्माईल सद्र रहमतुल्लाह अलैह का इंतक़ाल, सन 1338 हिजरी।
2. आयतुल्लाहिल-उज़मा सैयद मोहम्मद हुज्जत कोहकमरी रहमतुल्लाह अलैह (बानी (संस्थापक) मदरसा-ए-हुज्जतिया क़ुम) का इंतक़ाल, सन 1372 हिजरी।

4 जमादीउल अव्वल

1. आलिम, फ़क़ीह, मुहद्दिस व रेजाली जनाब हैदर क़ुली सरदार काबुली रहमतुल्लाह अलैह का इंतक़ाल, सन 1372 हिजरी।
आपको अरबी, फ़ारसी के साथ-साथ हिंदी, इंग्लिश और संस्कृत भाषा भी आती थीं। आप क़िब्लाशनासी और इल्म-ए-कीमिया के माहिर थे। आपकी मशहूर किताब “अल-अरबईन फी फ़ज़ाइल अमीरुल मोमिनीन अलैहिस्सलाम” है।

5 जमादीउल अव्वल

1. विलादत-ए-बा'सआदत हज़रत ज़ैनब कुबरा सलामुल्लाह अलैहा, सन 5 हिजरी।
2. जंग-ए-मूता, सन 8 हिजरी।

7 जमादीउल अव्वल

1. शहादत-ए-पासबाने हरम जनरल क़ासिम सुलेमानी रहमतुल्लाह अलैह व अबू महदी अल-मुहंद्दिस रहमतुल्लाह अलैह, सन 1441 हिजरी।
अमेरिका के ज़ालिम और सितमगर राष्ट्रपति ट्रम्प के हुक्म पर 7 जमादी-उल-अव्वल सन 1441 हिजरी, मुताबिक़ 3 जनवरी 2020, दिन शुक्रवार की सुबह, बग़दाद एयरपोर्ट पर एक ज़ोरदार बम धमाका हुआ, जिसमें पासबान-ए-हरम जनरल क़ासिम सुलेमानी रहमतुल्लाह अलैह, जनाब अबू महदी अल-मुहंदिस रहमतुल्लाह अलैह और उनके दूसरे मुजाहिद साथी शहीद हो गए!

8 जमादीउल अव्वल

1. वफ़ात-ए-साहिबे रौज़ातुल जन्नात आयतुल्लाह सैयद मुहम्मद बाक़िर ख़्वांसारी रहमतुल्लाह अलैह, सन 1313 हिजरी।

9 जमादीउल अव्वल

1.शहादत-ए-शहीदे अव्वल शम्सुद्दीन मोहम्मद बिन हामिद मक्की आमिली रहमतुल्लाह अलैह, सन 786 हिजरी।

10 जमादीउल अव्वल

1. जंगे जमल का आग़ाज़, सन 36 हिजरी।

12 जमादीउल अव्वल

1. वफ़ाते आलिम, फ़क़ीह व मुजाहिद आयतुल्लाह मोहम्मद तकी बाफ़की रहमतुल्लाह अलैह, सन 1365 हिजरी।

13 जमादीउल अव्वल

1. शहादत हज़रत फ़ातिमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा, सन 11 हिजरी।
2. इब्राहीम बिन मालिक अश्तर का क़त्ल, सन 71 हिजरी।

15 जमादीउल अव्वल

1. विलादत-ए-बा'सआदत हज़रत इमाम ज़ैनुलआबिदीन (अ), सन 38 हिजरी।
2. विलादत मरजा ए तक़लीद आयतुल्लाहिल-उज़मा मीरज़ा मोहम्मद हसन शीराज़ी रहमतुल्लाह अलैह, सन 1230 हिजरी।

17 जमादीउल अव्वल

1. अब्दुल्लाह बिन ज़ुबैर (हाकिम-ए-मक्का) का क़त्ल, सन 73 हिजरी।
2. फक़ीह व फैलसोफ आयतुल्लाह मुहम्मद तक़ी मिस्बाह यज़दी र०अ० का इंतेक़ाल, सन 1442 हिजरी

18 जमादीउल अव्वल

1. वफ़ात अल्लामा अहमद बिन अली नज्जाशी (नज्जाशी व इब्ने कूफ़ी) रहमतुल्लाह अलैह, सन 450 हिजरी।
2. वफ़ात अल्लामा अब्दुन्नबी जज़ायेरी र०अ०, सन 1021 हिजरी

19 जमादीउल अव्वल

1. वफ़ात आलिम मुहक़्क़िक़ अल्लामा मुस्तफ़वी रहमतुल्लाह अलैह, सन 1426 हिजरी।

22 जमादीउल अव्वल

1. शहादत आलिम, फ़क़ीह व फ़ैलसूफ़ आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद मुहम्मद बाक़िर सद्र रहमतुल्लाह अलैह, सन 1400 हिजरी।
2. शहादत आलिमा सैय्यदा बिंतुल हुदा रहमतुल्लाह अलैहा (आयतुल्लाह बाक़िर सद्र र०अ० की बहन), सन 1400 हिजरी।
3. वफ़ात आलिम, आरिफ़, फ़क़ीह, मरजा ए तक़लीद आयतुल्लाहिल-उज़मा शेख मुहम्मद तकी बहजत रहमतुल्लाह अलैह, सन 1430 हिजरी।

24 जमादीउल अव्वल

1. हज़रत अम्मार यासिर (अ) और हज़रत ओवैस क़रनी (अ) के रोज़ा ए मुबारक के मीनारों को दहशतगर्द “दाइश” ने मुंहदिम कर दिया। सन 1435 हिजरी।

25 जमादीउल अव्वल

1. तीसरा अमवी ख़लीफ़ा मुआविया बिन यज़ीद हलाक हुआ, सन 64 हिजरी।

26 जमादीउल अव्वल

1. वफ़ात आयतुल्लाहिल-उज़मा मुहम्मद हुसैन ग़रवी नाइनी रहमतुल्लाह अलैह, सन 1355 हिजरी।
चौदहवीं सदी हिजरी के मशहूर शिया आलिम, आरिफ़, आबिद, फक़ीह, फ़लसफ़ी, उसूली, हकीम, शायर, ख़त्तात और मरजा-ए-तक़लीद आयतुल्लाहिल उज़मा मोहम्मद हुसैन ग़रवी अस्फ़हानी रहमतुल्लाह अलैह आयतुल्लाहिल उज़मा मीरज़ा मुहम्मद हसन शीराज़ी रहमतुल्लाह अलैह के शागिर्द और उनकी  "हुरमत-ए-तंबाकू तहरीक" के सरगर्म रुक्न थे।
आपके शागिर्दों की लंबी फ़ेहरिस्त है, जिनमें आलिम, आरिफ़, आबिद, फक़ीह, मुज्तहिद और मरजा-ए-तक़लीद आयतुल्लाहिल उज़मा मुहम्मद तकी बहजत रिज़वानुल्लाह तआला अलैह का नाम सरे फेहरिस्त है।
आप इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मजालिस-ए-अज़ा बर्पा करने की ताकीद फ़रमाते थे, और मजालिस-ए-अज़ा-ए-हुसैनी में अज़ादारों के लिए ख़ुद चाय बनाते और उनके जूते-चप्पल सीधा करते थे।

27 जमादीउल अव्वल

1. शहादत जनाब अबू सलमा असदी र०अ०, सन 4 हिजरी
अबू सलमा अब्दुल्लाह बिन अब्दुलअसद बिन हिलाल मख़ज़ूमी, रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व आलिहि वसल्लम की फूफी जनाब बर्रा बिन्त अब्दुलमुत्तलिब के पुत्र थे और रसूलुल्लाह स०अ०व०अ० के दूध-भाई थे। आपने जनाब उम्मे सलमा से निकाह किया। जब आप शहीद हो गए, तो आपके पुत्र उमर बिन अबू सलमा की इच्छा पर रसूलुल्लाह स०अ०व०अ० ने जनाब उम्मे सलमा से निकाह किया।
2. वफ़ात आलिम व दानिशवर अल्लामा शेख अब्दुलहादी फ़ज़ली रहमतुल्लाह अलैह, सन 1434 हिजरी।
सऊदी अरब के मशहूर शिया आलिम और फक़ीह अल्लामा शेख अब्दुलहादी फ़ज़ली रहमतुल्लाह अलैह, उसतादुल फुक़हा आयतुल्लाहिल-उज़मा सैय्यद अबुलक़ासिम ख़ूई रहमतुल्लाह अलैह और आयतुल्लाहिल-उज़मा सैय्यद मोहसिन हकीम रहमतुल्लाह अलैह जैसे अज़ीम उलमा और फुक़हा के शागिर्द थे। आपको अज़ीम आलिमों की ताईद और इजाज़ा-ए-रिवायत हासिल था। आपने दीनी और असरी तालीम में महारत हासिल की और दोनों इल्मों में किताबें लिखीं और शागिर्द तैयार किए। बीमारी के कारण जब आप ईरान की राजधानी तेहरान के एक अस्पताल में एडमिट हुए तो रहबर-ए-इंक़लाब-ए-इस्लामी आयतुल्लाहिल-उज़मा सैय्यद अली ख़ामनाई द०ज़ि० ने आपकी अयादत फ़रमाई और आपका दायाँ हाथ पकड़ा और वहाँ मौजूद लोगों से फ़रमाया: "इस हाथ ने इस्लाम की बहुत ख़िदमत की है।"

28 जमादीउल अव्वल
1. वफ़ात आयतुल्लाह मुहम्मद हसन आश्तियानी रहमतुल्लाह अलैह, सन 1319 हिजरी।

29 जमादीउल अव्वल

1. वफ़ात जनाब मुहम्मद बिन उस्मान अमरी रहमतुल्लाह अलैह, सन 305 हिजरी।
जनाब मोहम्मद बिन उस्मान अमरी रहमतुल्लाह अलैह ग़ैबत-ए-सुग़रा में हज़रत वली-ए-असर अज्जलल्लाह फ़रजहुश्शरीफ़ के दूसरे नायब-ए-ख़ास थे।

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