रविवार 26 अक्तूबर 2025 - 05:56
हर साँस के बदले शुक्र

हौज़ा/ इस रिवायत में, इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने अल्लाह के बंदों को सलाह दी है कि वे अपने जीवन के हर पल को अल्लाह की नेमतों के लिए शुक्र करने का अवसर समझें।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الصادق عليه السلام:

في كُلِّ نَفَسٍ مِن أنفاسِكَ شُكرٌ لازِمٌ لَكَ، بَل ألفٌ و أكثَرُ.

हज़रत इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने फ़रमाया:

आपके जीवन की हर साँस आपसे शुक्र की माँग करती है, बल्कि हज़ारों गुना अधिक।

बिहार उल-अनवार, भाग 71, पेज 52, हदीस 77

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha