हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الصادق عليه السلام:
في كُلِّ نَفَسٍ مِن أنفاسِكَ شُكرٌ لازِمٌ لَكَ، بَل ألفٌ و أكثَرُ.
हज़रत इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने फ़रमाया:
आपके जीवन की हर साँस आपसे शुक्र की माँग करती है, बल्कि हज़ारों गुना अधिक।
बिहार उल-अनवार, भाग 71, पेज 52, हदीस 77
आपकी टिप्पणी