मंगलवार 4 नवंबर 2025 - 07:57
हज़रत फ़ातिमा ज़हरा की शहादत पर जामिया इमाम जाफ़र सादिक़ में चार रोज़ा मजलिसों का आयोजन

हौज़ा / जामिया इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम, बेगमगंज में हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) की शहादत की याद में आयोजित चार रोज़ा मज़लिसों का आग़ाज़ ग़मगीन माहौल में हुआ। इस सिलसिले की पहली मज़लिस का आग़ाज़ तिलावत-ए-क़ुरआन से हुआ, जिसके बाद मौलाना काज़िम मेहदी उरूज ने मज़लिस को खिताब किया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,जौनपुर /जामिया इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम, बेगमगंज में हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) की शहादत की याद में आयोजित चार रोज़ा मज़लिसों का आग़ाज़ ग़मगीन माहौल में हुआ। इस सिलसिले की पहली मज़लिस का आग़ाज़ तिलावत-ए-क़ुरआन से हुआ, जिसके बाद मौलाना काज़िम मेहदी उरूज ने मज़लिस को खिताब किया।

अपने ख़िताब में मौलाना ने हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) की सीरत, इस्लामी समाज में उनके किरदार और अहलेबैत अलैहिस्सलाम की तालीमात को आज की ज़िन्दगी में अपनाने की ज़रूरत पर तफ़सील से रौशनी डाली । उन्होंने कहा कि हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) की ज़िन्दगी इंसानियत के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसमें सबक़ है कि इंसाफ़, सब्र और अज़्म से हर मुश्किल का सामना किया जा सकता है।

मजलिस से पहले सोज़ख़ानी एहतिशाम जौनपुरी ने अंजाम दी, जिन्होंने रिवायती अंदाज़ से सोज़ के ज़रिए माहौल को ग़मगीन कर दिया। वहीं पेशख़ानी अख़्तर एजाज़ जलालपुरी ने की, जिन्होंने हज़रत फ़तिमा की यादों को ताज़ा किया।

मजालिस के आयोजक मौलाना सफ़दर हुसैन ज़ैदी ने बताया कि मज़लिसों का सिलसिला चार रोज़ तक जारी रहेगा, जिसमें नामवर ख़तीब हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.अ.) की ज़िन्दगी और उनके पैग़ाम पर रोशनी डालेंगे।

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