मंगलवार 18 नवंबर 2025 - 17:51
स्कूलों और विश्वविद्यालयों में फातेमी सीरत की तलीम ज़रूरी / हज़रत ज़हेरा स.ल. की पैरवी कामयाबी की गारंटी है

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन बी आज़ार तहरानी ने स्कूलों और विश्वविद्यालयों में फातेमी सीरत की शिक्षा की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और कहा,आज की युवा पीढ़ी पहले से कहीं अधिक हज़रत फातिमा ज़हरा सल्लल्लाहु अलैहा के इल्म और जीवन शैली को सही ढंग से समझने के मोहताज है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन बी आज़ार तेहरानी ने स्कूलों और विश्वविद्यालयों में फातेमी सीरत की शिक्षा की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और कहा, आज की युवा पीढ़ी पहले से कहीं अधिक हज़रत फातिमा ज़हरा सल्लल्लाहु अलैहा के ज्ञान और जीवन-शैली को सही ढंग से समझने की मोहताज है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के संवाददाता के साथ बातचीत में हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लिमीन एहसान बी आज़ार तेहरानी ने कहा,क़ुरआनी ज्ञान और अहले बैत इसमत व तेहारत की धार्मिक नैतिक संस्कृति का समाज में प्रसार अत्यंत आवश्यक है।

उन्होंने आगे कहा,फातेमी जीवन शैली नए युग में धार्मिक जीवन-शैली को बढ़ावा देने और दुश्मन द्वारा मीडिया के माध्यम से फैलाए जा रहे हंगामों का मुकाबला करने का सर्वोत्तम समाधान है।

हुज्जतुल इस्लाम तेहरानी ने कहा,वास्तविकता यह है कि फातेमी संस्कृति को बढ़ावा देना समाज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है और सांस्कृतिक व सामाजिक उलझनों से निकलने का रास्ता है।

उन्होंने कहा, फातेमी संस्कृति और सीरत का प्रचार समाज के धर्म प्रचारकों और विशिष्ट व्यक्तियों के सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से है। जब हज़रत ज़हेरा सल्लल्लाहु अलैहा का ज़िक्र आता है तो यह जानना आवश्यक है कि वह एक मुस्लिम महिला का संपूर्ण आदर्श हैं।

हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लिमीन बी आज़ार तेहरानी ने कहा,हज़रत सिद्दीका कुबरा सल्लल्लाहु अलैहा को सैय्यदतुन निसा इल-आलमीन कहा गया है, इसका अर्थ है कि अल्लाह ने उन्हें ऐसी शख्सियत प्रदान की है कि दुनिया की सभी महिलाएं जो एक आदर्श, प्रेरणा-स्रोत, शिक्षिका और संरक्षिका की तलाश में हैं, उन्हें जान लेना चाहिए कि वह सर्वांगीण आदर्श हज़रत फातिमा ज़हरा सल्लल्लाहु अलैहा ही हैं।

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