۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
मौलाना सैयद सादिक अल हुसैनी

हौज़ा / अपनी सफो मे हुसैनी चेतना को बेदार किया जाए और इस जमाने के यज़ीद और यज़ीदियत का दृढ़ता से सामना करना चाहिए, चाहे वह धर्म-विरोधी कुरान वसीम हो या उसके गुरु दुश्मन कुरान शतीम रिसालत मआब कोई झूठा साधु संत हो।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के प्रख्यात धार्मिक विद्वान हुज्जतु इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैयद सादिक़ अल-हुसैनी ने एक लिखित बयान जारी कर कहा कि क़ौम (राष्ट्र) को दृष्टिकोण और दूरदर्शिता की ओर संकेत किया। पूरा पाठ इस प्रकार है:

सलामुन अलैकुम !!

देश के तथाकथित ठेकेदार, जाकिर और उलेमा, फिलहाल छुट्टी पर गए हुए हैं।

किसी स्व-निर्मित विश्वास (खुद साखता अक़ीदा) के खिलाफ किसी मुजतहिद मरजा-ए वक़्त का फतवा थोड़ई नही आया है?

वरना, ये कफन फाड़ भाषण दे रहे होते।

ये दीन फ़रोश मुल्ला बेज़मीर ज़ाकेरीन है आखिर पवित्र कुरान के साथ उनका संबंध ही क्या है?

इमाम हुसैन (अ.स.) की मजलिस पढ़ने वाले हुसैन मज़लूम का कुरआन से संबंध ही ना समझ सके सर तन से जुदा होने के बाद भी जिसने कुरआन को संरक्षण प्रदान किया आज उनके ज़िक्र के सौदागरो ने शरीयत का खूब मज़ाक़ बनाया हुआ है।
 
हाय अफसोस ए काश, अगर सभी ज़ाकिर और उलेमा वसीम मुर्तद के खिलाफ विरोध करते और अपने धार्मिक दायित्वों को पूरा करते, तो वसीम और उसके चेलो चपाटो मे यह जुरअत न होती कि वो औक़ाफ और इमलाके हुसैनी की ओर निगाहे तिरछी करके देख सकते। '
 
और सर्वाधिक दुखद इस बात का है कि आज हमारी यह नौबत आ गई है कि हम भारतीय शिया पवित्र कुरान की रक्षा करने मे असमर्थ नजर आ रहे है और एक दूसरे पर दोषारोपण करते हुए नजर आ रहे है।

याद रखें कि अभी भी समय है अंतर्दृष्टि और दूरदर्शिता के साथ काम लेते हुए अपनी सफो मे हुसैनी चेतना को बेदार किया जाए और इस जमाने के यज़ीद और यज़ीदियत का दृढ़ता से सामना करना चाहिए, चाहे वह धर्म-विरोधी कुरान वसीम हो या उसके गुरु दुश्मन कुरान शतीम रिसालत मआब कोई झूठा साधु संत हो।

सैयद सादिक़ अल-हुसैनी
21 अप्रैल 2021
भोपाल, भारत

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि मौलाना सैयद मोहम्मद सादिक हुसैनी इस समय कोरोना पीड़ित हैं और अपने परिवार संग कोरंटाइन है। आप सभी से अनुरोध है कि मौलाना और उनके पूरे परिवार के लिए दुआ करें।

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