हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , 11 सफरुल मुज़फ्फर को कुमें मुकद्दसा में शिक्षक और टीचरों की तरफ से मजलिसे तरहीम का आयोजन किया गया जिसमें हुज्जतुल इस्लाम मौलाना रज़ा हैदर जै़दी ने खिताब किया मजलिस कुम की मशहूर संस्था नूरूस्सक़लैन में हुई, मजलिस की शुरुआत कुराने पाक से की गई
उसके बाद उनके छात्र ने कुछ शेर को मोमिनीन के सामने उनके लिखे हुए पेश किए।
मजलिस को खतीब, हुज्जतुल-इस्लाम मौलाना रज़ा हैदर साहब, क़िबला ने संबोधित किया।
उन्होंने उल्लेख किया कि मदरसे की स्थापना के बाद से मरहूम ने लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन किया और फिर मौलाना ने बयान किया कि मरहूम ने बहुत सारे छात्रो की तरबीयत की है। उनके छात्र दुनिया के कोने कोने में दीन की खिदमत अंजाम दे रहे हैं।
जैसा कि हमें भी कोशिश करना चाहिए कि उनके बताए हुए रास्ते पर चलें, हमारे पैगंबर,रसूल और रहबर वही हो सकते हैं जिन्हें अल्लाह कि तरफ से च्यनित किया जाए और हमको सीधा मार्ग दिखाएं। और वह सब प्रकार से इतना पवित्र हो कि कोई उस पर उंगली न उठा सके और कोई उसकी निन्दा न कर सके। हमें भी रसूल और अहलेबैत अलैहिस्सलाम का अनुसरण करते हुए अपने आप को ऐसा बनाना चाहिए कि कोई हमारे ऊपर उंगली ना उठा सके।