۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
अफ़रीज़

हौज़ा / रोज़ा ए मुबारक हज़रत अब्बास (अ.स.) के ज़रीह और अबवाब साज़ी सैक्शन ने हज़रत ज़ैनब (सअ.) की नई ज़रीह के ऊपरी हिस्से में एक नक्काशीदार अफ़रीज़ (अल-कलवी) नस्ब की है जो कि मामूली बदलाव के साथ मौजूदा जरीह के समान है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, रोज़ा ए मुबारक हज़रत अब्बास (अ.स.) के ज़रीह और अबवाब साज़ी सैक्शन ने हज़रत ज़ैनब (सअ.) की नई ज़रीह के ऊपरी हिस्से में एक नक्काशीदार अफ़रीज़ (अल-कलवी) को स्थापित किया है। जो कि मामूली बदलाव के साथ मौजूदा जरीह के समान है।

इस संबंध में उपरोक्त खंड के प्रमुख सैयद नाजिम ग़ेरावी ने बताया: हजरत जैनब की कब्र की नई जरीह को बनाने का काम उसके विभिन्न भागो की तैयारी व स्थापना के अनुसार नियोजित वर्किंग प्लान के अनुसार तेजी से जारी है। कुरआनी पट्टी के बाद यह दूसरा धातू का दूसरा हिस्सा है जिसे जरीह मे स्थापित किया गया है।

उन्होंने अफरीज़ के बारे में कहा: अफरीज़ में 14 तत्व होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का वजन लगभग 2 किलो होता है। यह चौड़ाई में अक्षर (S) के आकार में तांबे से बना है और 128 सेमी लंबा है जबकि यह 32 सेमी चौड़ा और 1 मिमी मोटा है, और चारों तरफ इसकी पूरी लंबाई (16.78) मीटर है। इस अफ़रीज़ पर हाथ से वानस्पतिक छापों को बनाया गया है, जिनमें से कुछ हज़रत अब्बास (अ.स.) के अफरीज़ से लिए गए हैं और कुछ अन्य ज़ैनब (स.अ.) के वर्तमान ज़रीह से लिए गए हैं।

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