۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
मौलाना सफी हैदर

हौज़ा / आप की रेहलत एक अज़ीम दीनी इल्मी ख़सारा है। हकीम खानदान की दीनी, इल्मी, जेहादी और सियासी खिदमात न फक़त इराक़ बल्कि पूरी दुनिया पर मुहीत हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इंतेहाई ग़म अंगेज़ ख़बर मौसूल हुई कि मरजए आली क़द्र अयातुल्लाहिल उज़मा सय्यद मोहम्मद सईद अल तबातबाई अल्हकीम र०अ० ने रेहलत फरमाई।

इन्ना लिल्लाहे व इन्ना इलैहे राजेऊन

आप इराक़ के एक नामवर दीनी, इल्मी,सियासी,खानदाने हकीम की इंतेहाई नुमाया शख्सियत थे। इस खानदान की दीनी, इल्मी, जेहादी और सियासी खिदमात न फक़त इराक़ बल्कि पूरी दुनिया पर मुहीत हैं।

आप नजफे अशरफ़ के चार मराजए किराम में से एक हैं जिन्होंने ज़ालिम बअसी हुकूमत में भी मज़लूम इराक़ी अवाम खुसूसन मिल्लते जाफरिया की हिदायत व केफालत फरमाई और हौज़े इल्मिया नजफे अशरफ़ को तहफ्फुज़ और फोरोग़ अता किया। बअसी दौर के बाद इराक़ और दुनिया के दीगर ममालिक में आपकी दीनी,मज़हबी,इल्मी और सक़ाफती खिदमात ना क़ाबिले फरामोश हैं।

आप की रेहलत एक अज़ीम दीनी इल्मी ख़सारा है। हम इस अज़ीम सानेहे पर सोगवार हैं और अपने मौला व आक़ा हज़रत वाली अस्र अ०ज०फ०श०,उलमा ए आलाम,मराजए केराम,खानवादए हकीम और जुमला पासमांदेगान व वाबस्तेगान की खिदमत में ताज़ियत अर्ज़ करते हैं।

बारगाहे माबूद में दुआ है कि अपनी ख़ास रहमत नाज़िल फरमाए और औलियए किराम के साथ महशूर फरमाए।अमीन

वस्सलाम

मौलाना सय्यद सफ़ी हैदर ज़ैदी

सेक्रेटरी तनज़ीमुल मकातिब लखनऊ,हिन्द

टैग्स

कमेंट

You are replying to: .