हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अल्लामा शेख मोहम्मद हसन जाफरी ने जामिया मस्जिद स्कर्दू बाल्टिस्तान में अपने शुक्रवार के उपदेश में कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान के भीतर कुछ तत्व हैं जो नहीं चाहते कि गिलगित-बाल्टिस्तान एक हो। हालांकि, ये तत्व विभिन्न प्रकार के प्रचार के माध्यम से लोगों के बीच अराजकता फैला रहे हैं। वर्तमान में, सरकार द्वारा अंतरिम संवैधानिक प्रांत बनाने के लिए यह एक अच्छा कदम है। इस वजह से, सीनेट में भी हमारा प्रतिनिधित्व होगा और नेशनल असेंबली। यह एक स्वागत योग्य बात है।
उन्होंने कहा कि अच्छे कर्मों की विशेष शर्तें होती हैं और इन शर्तों के अनुसार अच्छे कर्म करना आवश्यक है। मुझे नहीं पता कि इससे कितने रोगियों की मृत्यु हुई है। इस्लाम हमें कभी नहीं सिखाता है कि आपकी वजह से किसी को नुकसान होता है ये लोग अराजकता और नफरत फैलाने के सिवा कुछ नहीं कर रहे हैं, दुश्मन को न्यौता दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो कोई भी किसी के लिए गड्ढा खोदता है, उसमें खुद गिर जाता है, आजकल अमेरिका के साथ कुछ ऐसा हो रहा है, शहीद कासिम सुलेमानी की हत्या के प्रयास के बाद, अमेरिका को ही दुनिया में अपमानित और बदनाम किया गया है, जो एक तरह से उनके पास है। अफगानिस्तान से अपमानित बाहर आना पड़ा इंशाअल्लाह, जल्द ही इराक के अंदर से भी उनका सफाया कर दिया जाएगा।
अंत में उन्होंने कहा कि समाज में कुछ ऐसी महिलाएं हैं जो विभिन्न प्रकार के वस्त्र पहनती हैं और विभिन्न प्रकार के आभूषणों से खुद को सजाती हैं और गैर-महरमों के सामने जाती हैं। कुरान ऐसी महिलाओं के बारे में कहता है कि महिलाए केवल अपने पति के अलावा किसी और के सामने बन सुवर कर नही जा सकती महिला का अपने महरमो के किसी और के सामने इस प्रकार बन सवर कर जाना शरीअतन हराम है। पुरूषो के लिए भी कुरआन मे यही आदेश पारित हुआ है जब किसी गैर-महरम पर नजर पड़े तो तुरंत अपनी नजरो को झुका लो। लेकिन दुर्भाग्य से, हमारे समाज में, पुरुषों और महिलाओं के बीच शर्म और हया समाप्त हो गई है।
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