हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " मआनी अल अखबार " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام السجاد علیه السلام
وَالذُّنُوبُ الَّتِي تُعَجِّلُ الفَناءَ قَطيعَةُ الرَّحِمِ وَالْيمينُ الْفَاجِرَةُ وَالاَقْوَالُ الکَاذِبَةُ وَالزِّناءُ وَسَدُّ طُرُقِ المُسْلِمِينَ وَادِّعاءُ الإمَامَةِ بِغَيرِ حَقٍّ
हज़रत इमाम सज्जादअलैहिस्सलाम ने फरमाया:
वह पाप जो मनुष्य को बहुत जल्दी नष्ट कर देते हैं।
वह है, परिवार वालों से दूरी करना, झूठी कसम, झूठी बातें,ज़ेना, मुसलमानों के रास्तों को बंद करना और इमामत और नेतृत्व के अनुचित (झूठे) दावे करना।
मआनी अल अखबार,पेंज 271