हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " इरशाद अलकोलुब " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلى الله عليه و آله وسلم
من أرادَ أن يَرزُقَهُ اللّهُ مِن حَيثُ لا يَحتَسِبُ فَليَتَوَكَّل عَلَى اللّهِ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
जो यह चाहता है कि अल्लाह तआला इसे वहां से रोज़ी अता करें जहां से इसे गुमान भी ना हो तो उसे चाहिए कि वह अल्लाह तआला पर भरोसा करें,
इरशाद अलकोलुब,पेंज 120
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