हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार कानपुर / तंज़ीमुल मकातिब के तत्वावधान में मोमेनीने कानपुर द्वारा 5, 6 व 7 नवंबर को कानपुर में तीन दिवसीय धार्मिक शिक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया। तीसरी बैठक 6 नवंबर को सुबह 10 बजे बैतुस सलात रावतपुर रोशन नगर में हुई।
मौलाना सैयद सफदर अब्बास साहिब फाजिल जामिया इमामिया ने पवित्र कुरान के पाठ के साथ बैठक शुरू की।
मकतबे इमामिया चंदरपुर कानपुर देहात, मकतबे इमामिया अमजदिया करारी कोशांबी, मकतबे इमामिया करीमपुर जलालपुर, मकतबे इमामिया हमात-उल-इस्लाम जरचा गौतमबुद्ध नगर, मकतब इमामिया जाफरिया जलालपुर के विद्यार्थियों ने शैक्षिक प्रदर्शन किया।
मौलाना जनान असगर मौलवी साहब ने अपने भाषण में कहा; संगठन की विभिन्न सेवाएं प्रमुख हैं। धार्मिक आंदोलन ने देश की नियति बदल दी।
अंत में मौलाना सैयद फैज अब्बास मशहदी ने सभा को संबोधित किया। मौलाना ने पवित्र क़ुरआन के सूरह बक़राह की 21वीं आयत में कहा, "ऐ लोगों, अपने रब की इबादत करो जिसने तुम्हें और लोगों को तुमसे पहले पैदा किया। आशा है कि तुम पवित्र बन सकते हो।" इसे कुरान की उपाधि कहते हुए उन्होंने कहा: अल्लाह ने मनुष्य को इबादत के लिए बनाया है। इबादत धर्मपरायणता का अग्रदूत है और पवित्रता का परिणाम सफलता है और यही मनुष्य का लक्ष्य है।