۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
हुसैनी बुशहरी

हौज़ा / हौज़ा-ए- इल्मिया जामिया मुदर्रेसीन क़ुम (एसोसिएशन ऑफ़ टीचर्स) के मुखिया ने अमीर-उल-मोमिनीन और इमाम सज्जाद (अ.) के दो मूल्यवान खज़ानो नहजुल बलागा और सहिफा-ए-सज्जादिया की ओर अधिक ध्यान देने पर जोर दिया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हौज़ा-ए- इल्मिया जामिया मुदर्रेसीन क़ुम (एसोसिएशन ऑफ़ टीचर्स) के मुखिया ने औक़ाफ़ और खैरिया संगठन के प्रमुख के साथ बैठक में नहजुल बालाघा और साहिफा सज्जादिया को देश का सबसे बड़ा बौद्धिक खजाना के रूप मे दुनिया के सामने पेश किया।

उन्होंने कहा: पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) ने हमें अल्लाह की किताब और हदीस ए सकलैन में अहलेबैत (अ.स.) का पालन करने की आज्ञा दी है। नहज उल बलागा और साहिफा सज्जादिया इत्र के प्रति प्रेम के स्पष्ट उदाहरण हैं। उन पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि बैठक की शुरुआत में एंडॉमेंट एंड चैरिटी ऑर्गनाइजेशन में सेंटर फॉर कुरानिक अफेयर्स के प्रमुख हामिद मजीदी मेहर ने संगठन की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कुरानिक प्रतियोगिताओं की स्थिति पर एक रिपोर्ट पेश करते हुए कहा: जिस देश ने अंतरराष्ट्रीय कुरान प्रतियोगिता को नए तरीके से आयोजित किया और इस साल भी राष्ट्रीय कुरान प्रतियोगिता का 45वां संस्करण और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का 35वां संस्करण आयोजित किया जाएगा।

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