हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "तोहफुल उक़ूल" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام العسکری علیه السلام:
لا تُمارِ فيَذهَبَ بَهاؤكَ و لا تُمازِحْ فيُجتَرأَ علَيكَ
हज़रत इमाम हसन अस्करी (अ.स.) ने फरमायाः
वाद-विवाद (लड़ाई-झगड़ा) न करो क्योंकि इससे आपका सम्मान कम होगा और मजाक न करो क्योंकि यह दूसरों को आपका अपमान करने का साहस देगा।
तोहफ़ुल उक़ूल, 286