۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
رہبر انقلاب اسلامی

हौज़ा/माँ-बाप को शुरू से ही बच्चों को किताबों के साथ रखना चाहिए, किताबों से उनमें लगाव पैदा करना ‎चाहिए, यहां तक कि छोटे बच्चों को भी किताबों से दिलचस्पी होना चाहिए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां, हमारे घर के सभी लोग, जब सोना चाहते हैं तो उनके हाथ में ज़रूर कोई किताब होती है।


मैं यह बताना चाहता हूं कि ख़ुद मेरे घर के सभी लोग, सबके सब हर रात किताब पढ़ते पढ़ते सो ‎जाते हैं। मैं भी यही करता हूं। यह नहीं कि अध्ययन के बीच में ही नींद आ जाए! पढ़ता रहता हूं, यहां ‎तक कि मुझे नींद आने लगे, तब किताब रख देता हूं और सो जाता हूं। हमारे घर के सभी लोग, जब ‎सोना चाहते हैं तो उनके हाथ में ज़रूर कोई किताब होती है।


माँ-बाप को शुरू से ही बच्चों को किताबों के साथ रखना चाहिए, किताबों से उनमें लगाव पैदा करना ‎चाहिए, यहां तक कि छोटे बच्चों को भी किताबों से दिलचस्पी होना चाहिए।
किताब की ख़रीदारी, फ़ैमिली के अस्ल ख़र्चों में शामिल होनी चाहिए। लोगों को कुछ सजावटी और ‎लगज़री चीज़ों जैसे फ़ानूस, मेज़, सोफ़ा और पर्दों वग़ैरा की ख़रीदारी से ज़्यादा किताब को अहमियत ‎देनी चाहिए।


पहले रोटी, खाने-पीने की चीज़ों और ज़िंदगी की ज़रूरी वस्तुओं की तरह किताब ख़रीदें, जब इनकी ‎ख़रीदारी हो जाए तब दूसरी चीज़ों के बारे में सोचें।
इमाम ख़ामेनेई, 16 मई 1995

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