हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इंटरनेशनल नूर माइक्रोफिल्म सेंटर के डायरेक्टर ने अपने सदस्यों के साथ हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लिमीन कन्बरी सहायक संपर्क इंटरनेशनल अलमुस्तफा से मुलाकात की और दोनों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए
हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लिमीन कंबरी ने डॉक्टर मेहंदी ख्वाजा पीरी डायरेक्टर इंटरनेशनल नूर माइक्रोफिल्म सेंटर से मुलाकात के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग पर बल देते हुए, इस्लामी केंद्रों की वैज्ञानिक और अनुसंधान क्षमता पर अमल करने की ताकीद की,
उल्लेखनीय है कि इंटरनेशनल नूर माइक्रोफिल्म सेंटर दिल्ली में मौजूद ईरान कल्चर हाउस में एक रिसर्च सेंटर है कि जिसमें माइक्रोफिल्म फोटोग्राफी
पुरानी पुस्तकों की मरम्मत की जाती है और सुंदर प्रतियों को प्रोत्साहित किया जाता है।
यह सेंटर सन 1364 शमसी में डॉक्टर मेंहदी ख्वाजा पीरी की कोशिशों के बिना पर हिंदुस्तान और ईरान के दरमियान इस्लामी तालमेल, अध्ययन, अनुसंधान, दोनों देशों के बीच सांत्वना, दोनों देशों के अनुसंधानकर्ताओं के बीच परस्पर संबंधों को बनाए रखने तथा पूर्वी पुस्तकालयों को सांत्वना देने के उद्देश्य की स्थापना हुई।
इंटरनेशनल नूर माइक्रोफिल्म नूर सेंटर की नई वेबसाइट पर दुनिया भर की प्राचीन पुस्तकों की हजारों की प्रतियां उपलब्ध हैं।