हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, आयतुल्लाह मोहम्मद जवाद फ़ाज़िल लंकरानी ने मरकाज़ी फिकही अईम्मा अलैहिस्सलाम कुम में कोरोना वैक्सीन के विभिन्न न्यायशास्त्रीय पहलुओं के विषय पर आयोजित एक बैठक में बात चर्चा हुई
उन्होंने अपनी बात की शुरुआत में उन लोगों पर टिप्पणी की जो लोग कहते हैं कोरोना नाम की कोई चीज़ नहीं है।
आयतुल्लाह ने कहा कि लोगों का यह सवाल कि किस बुनियादे शरई पर वैक्सीन लगवाएं, यह पूरी तरीके से गलत है क्योंकि यह एक अकली मुद्दा है, और अक्ल हुक्म करती है कि स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा के लिए जो काम ज़रूरी है वह इंसान को अंजाम देना चाहिए
अगर इस बात पर चर्चा करनी है तो इस बात पर चर्चा हो सकती है कि यह वायरस कहां से आया है? क्या इसके पीछे राजनीतिक लक्ष छुपे तो नहीं है?